मुंबई, 20 जनवरी – टीम इंडिया के तेज़ गेंदबाज प्रवीण कुमार ने अपना दुःख दुनिया के सामने रखा है . एक इंटरव्यू में उन्होंने टीम से बाहर रखने की वजह से तनावग्रस्त जीवन पर बात की है. उन्होंने कहा कि भारतीय टीम के लिए खेलना किसी भी खिलाडी के लिए गर्व की बात है. लेकिन टीम से बाहर रास्ता दिखाए जाने से मैं काफी डिप्रेशन में चला गया था.
2008 में ऑस्ट्रलिया खिलाफ खेले गए सीबी मैच में प्रवीण कुमार ने अच्छा प्रदर्शन किया था. लेकिन टीम से बाहर किये जाने के बाद प्रवीण कुमार काफी तनाव में चले गए. उस वक़्त उन्होंने बन्दुक से खुद को खत्म करने का मन हुआ था. उन्होंने कहा कि जीवन में कई झटके मिले है. उस वक़्त मुझे वजह बताई गई कि मै शराब पीता हूं। कौन नहीं पीता है ? लोगों ने ऐसी धारणा बना रखी है. कई अच्छे काम करता हूं, उसकी तरफ क्यों नहीं देखते हैं ?
मैंने कई लड़कियों की शादी कराई है
मैं नए युवा लड़को को स्पोंसर करता हूं। क़रीब लड़कियों की शादी कराई है. कई क्रिकेटर्स की आर्थिक मदद की है. भारत में आपके खिलाफ एक वातावरण बनाया जाता हैं. मेरे खिलाफ ख़राब वातावरण बनाया गया. फिर आप कुछ नहीं कर सकते है. इसी तनाव में मैं खुद को खत्म करने के विचार करता था.
गोली मारने का विचार हमेशा के लिए दिमाग से निकाल दिया
जब मैं खुद को गोली मारने का विचार करता था तब उस वक़्त गाडी में लगा मेरे बेटे का फोटो पर मेरी नज़र पड़ती थी. उसके चेहरे में हंसी थी. उसका वह फोटो देखकर मैं अपने छोटे बच्चे के लिए यह हिम्मत नहीं कर पाया। उसके बाद मैंने इस विचार को हमेसा के लिए दिमाग से निकाल दिया।