फेसबुक की फोटो से मृतक को पहचाना, फिर कातिलों को दबोच लिया

 

पुणे:समाचार ऑनलाइन

सोशल मीडिया के भले ही लाख दुष्प्रभाव हों, लेकिन केस सुलझाने में कभी-कभी ये पुलिस के काम आ ही जाता है। पुणे पुलिस ने फेसबुक पर पोस्ट किये गए फोटो से न केवल मृतक की पहचान की बल्कि उसके कातिलों को भी खोज लाई। करीब दो महीने पहले शहर के होलकर ब्रिज के पास ओंकार सुभाष जाधव की पत्थर से कुचलकर हत्या कर दी गई थी। इस सिलसिले में खड़की पुलिस ने बिलाल मौला अतार (20) और इम्तियाज मुश्ताक शेख (29) को गिरफ्तार किया है। इस हत्या की गुत्थी सुलझाना पुलिस के लिए इसलिए भी चुनौती भरा था, क्योंकि लाश काफी सड़ गई थी।

पुलिस ने मृतक की पहचान के लिए आसपास के इलाकों में पोस्टर लगवाये थे। पोस्टर देखने के बाद एक महिला ने फ़ोन पर पुलिस को बताया था कि मृतक देहूरोड का हो सकता है। इसके बाद पुलिस महिला द्वारा बताये ठिकाने पर पहुंची, तो पता चला कि मरने वाले का नाम ओंकार है और वह 29 जून से गायब था। उसके परिजनों ने देहूरोड पुलिस स्टेशन में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट भी लिखवाई थी। हालांकि सवाल अब भी यही था कि क्या जो लाश मिली है वो ओंकार की है, क्योंकि उसका चेहरा काफी बिगड़ गया था। इसलिए पुलिस ने उसका फेसबुक प्रोफाइल खंगाला। फेसबुक पर मृतक ने जिन कपड़ों में आखिरी फोटो पोस्ट की थी, वही कपड़े पुलिस को लाश से मिले थे। इस तरह से यह साफ़ हो सका कि मरने वाला शख्स ओंकार सुभाष जाधव ही था।

मृतक की पहचान होने के बाद पुलिस ने उसके हत्यारों को खोजने का अभियान छेड़ा। सब इंस्पेक्टर निलेश महाडिक ने इम्तियाज मुश्ताक शेख को निगडी और बिलाल मौला अतार सोलापुर से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि शराब पीने के बाद सभी बुधवार पेठ जाने वाले थे। ओंकार काफी नशे में था, इसके बावजूद उसने ऑटो चलाने की जिद की। दोनों ने उसे समझाने का प्रयास किया, लेकिन वो कुछ सुनने को तैयार नहीं था। इसी बात से तंग आकर इम्तियाज ने ओंकार के सिर पर पत्थर से वारकर उसकी हत्या कर दी और उसकी लाश को ब्रिज के पास एक पाइप में फेंक दिया। ओंकार की पहचान न हो सके, इसके लिए उसके चेहरे को भी बिगाड़ा गया था।

यह कारवाई को डीसीपी दीपक साकोरे, एसीपी गणेश गावडे, खड़की पुलिस स्टेशन के सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर राजेंद्र मोहिते के मार्गदर्शन में डीबी अधिकारी पुलिस उप निरीक्षक निलेश महाडिक और पुलिस कर्मचारी सुरेश गेंगजे, प्रदीप गाडे, बाबा शिर्के, तुषार शिंदे, किरणे घुटे, गणेश लोखंडे, हेमंत माने, लक्ष्मण बांगर, रणधीर माने ने अंजाम दिया।