अगर नहीं टूटता आजसू-भाजपा गठबंधन तो नतीजें कुछ और होते, क्या कहता है आंकड़ा

रांची : समाचार ऑनलाइन – झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजों ने कई लोगों को चौका दिया है. झामुमो, कांग्रेस और आरजेडी गठबंधन ने भाजपा के सत्ता के करीब आने का रास्ता रोक दिया है. इस चुनाव में क्षेत्रीय दल आजसू और जेवीएम ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है. इस चुनाव में भाजपा और आजसू अलग-अलग चुनाव लड़ी थी. नतीजों को देखने के बाद कहा जा सकता है कि अगर बीजेपी ने आजसू से अलग नहीं हुई होती तो शायद ये नतीजे सामने नहीं आते.

इस चुनाव में गठबंधन को करीब 38 फीसदी वोट मिले हैं जबकि भाजपा को 33.46 प्रतिशत वोट मिले हैं. जबकि सुदेश महतो के आजसू को 8.30 प्रतिशत वोट मिला है. अगर भाजपा और आजसू साथ होती तो शायद तस्वीर कुछ और ही होती. इस चुनाव में झामुमो को 26, कांग्रेस को 12 और राजद को 4 सीटें मिली है. क्या सरयू राय ने बिगाड़ा खेल

आजसू ने 81 विधानसभा सीटों में से 53 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे. इनमें करीब आधे दर्जन सीट पर पार्टी अच्छी स्थिति में नजर आई. कई सीटों पर आजसू को मिले वोट से हार-जीत तय हो रहा है. 2014 के विधानसभा चुनाव में आजसू भाजपा के साथ चुनाव लड़ी थी और 8 उम्मीदवार उतारे थे जिनमें 5 को जीत मिली थी.

visit : punesamachar.com