‘नाम बदलना ही है तो ‘महाराष्ट्र’ का नाम बदलकर ‘छत्रपति शिवाजी महाराज’ रखे’  

मुंबई: ऑनलाइन टीम – समाजवादी पार्टी के नेता विधायक अबू आसिम आज़मी ने शहर के नाम बदलने के ट्रेंड पर अपना राय व्यक्त किया है। उन्होंने एक वीडियो जारी किया है। इस वीडियो में उन्होंने कहा कि ‘शहरों के नाम बदलने से किसी का पेट नहीं भरता। यदि आप अपने पसंद से शहरों का नाम देना चाहते हैं, तो नए शहरों का निर्माण करें। अहमदनगर या औरंगाबाद का एक इतिहास है। इसे बलपूर्वक बदलना उचित नहीं है। अगर आप नाम बदलना चाहते हैं, तो सबसे पहले महाराष्ट्र का नाम बदलकर छत्रपति शिवाजी महाराज रखें। रायगढ़ का नाम बदलकर संभाजी महाराज रखे। लोग इसे पसंद भी करेंगे। हालांकि, कुछ लोगों को बाहर करने के लिए केवल नाम बदलना उचित नहीं है।’

दरअसल औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर के रूप में किये जाने के बाद से एक राजनीतिक विवाद छिड़ गया है। भाजपा नेताओं ने इसकी मांग की है, जबकि महाविकास आघाडी नेताओं का कहना है कि नाम बदलने का मुद्दा फिलहाल हमारे एजेंडे में नहीं है। केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्य मंत्री रामदास आठवले ने भी मांग का विरोध किया है। सपा नेता आज़मी द्वारा की गई अपील पर सोशल मीडिया पर गर्मजोशी से बहस हो रही है।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल हर दिन इस मुद्दे पर बोल रहे हैं। सोमवार को पुणे में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि शिवसेना को औरंगाबाद को संभाजीनगर नाम देने में भूमिका निभानी चाहिए। इस मुद्दे का राजनीतिकरण न करें। औरंगाबाद, अहमदनगर, उस्मानाबाद का नाम बदलना आस्था और पहचान का विषय है। औरंगजेब किसका पूर्वज था?

जब विलासराव देशमुख मुख्यमंत्री थे, तो नाम बदलने का फैसला अदालत में चला गया। प्रस्ताव को वापस लेने का एक हलफनामा अदालत में प्रस्तुत किया जाना था। अब एक नई प्रक्रिया करनी होगी। संकल्प को राज्य सरकार को भेजना होगा।