नई दिल्ली, 17 फरवरी : क्रेडिट स्कोर की मदद से कोई भी बैंक या नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी ये पता लगाते है कि जिस व्यक्ति ने लोन के लिए अप्लाई किया है उसका रीपेमेंट हिस्ट्री ठीक है या नहीं। हम आपको आज क्रेडिट स्कोर से जुडी कुछ खास बाते बताने जा रहे है ताकि लोन के लिए आवेदन करने में आपको कोई परेशानी न हो.
कितना क्रेडिट स्कोर होना जरुरी है
अगर आप समय पर कर्ज का ईएमआई भरते है तो इससे क्रेडिट स्कोर अच्छा रहता है। क्रेडिट स्कोर 300 से 900 के बीच रहता है. अगर किसी व्यक्ति का क्रेडिट स्कोर 750 या उससे अधिक है तो उसे कर्ज मिलना आसान हो जाता है. इसमें 24 महीने का क्रेडिट शामिल होता है। इसलिए बिजली बिल से लेकर इंशोरेंस तक का भुगतान समय पर करे. गारंटी देने वाले लेनदार का लोन अकाउंट मॉनिटर करे.
किन बातो पर तय होता है क्रेडिट स्कोर
वक्त पर कर्ज चुकाने के लिए क्रेडिट स्कोर में 30% हिस्सेदारी होती है. सुरक्षित या असुरक्षित लोग की 25% हिस्सेदारी होती है. सुरक्षित लोन जैसे कार लोन या होम लोन आदि शामिल होता है. जबकि असुरक्षित लोन में पर्सनल लोन आदि शामिल होता है.
कैसे देखे CIBIL रिपोर्ट
अपना क्रेडिट स्कोर जानने के लिए www.cibil.com पर जाकर ऑनलाइन फॉर्म भरे. इसके लिए आपको 550 रुपए का भुगतान करना होगा।
कैसे सुधारे CIBIL रिपोर्ट
अच्छे स्कोर पाने के लिए कुछ बातो का ध्यान रखना होगा। क्रेडिट कार्ड से ज्यादा लोन न ले. बहुत सारे लोन के लिए आवेदन न करे. होम लोन और ऑटो लोन को ज्यादा अहमियत दे. पर्सनल लोन लेने से बचे. क्रेडिट कार्ड बंद करने से बचे. जॉइंट अकाउंट खातों की समीक्षा करे.