IMP NEWS: आयुष्मान भारत योजना ! 30 रुपए के कार्ड से कराएं ‘कैंसर’ का ईलाज व घुटनों की ‘सर्जरी’, जानें प्रक्रिया

समाचार ऑनलाइन- मोदी सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओं में से एक आयुष्मान भारत आरोग्य योजना के तहत बड़ी खुशखबरी मिल सकती है. यह योजना जल्द ही आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को कैंसर का ईलाज करवाने और घुटने को बदलवाने का स्वास्थ्य लाभ उपलब्ध कराएगी. हालांकि आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री आरोग्य योजना की मोतियाबिंद के ऑपरेशन करवाने के सुविधा बंद की जा सकती है. वर्तमान में, योजना के तहत 1300 से अधिक बीमारियों का नि: शुल्क इलाज करवाने की सुविधा दी जाती है.

समिति की रिपोर्ट –

राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण ने आयुष्मान भारत योजना के तहत दी जाने वाली 1300 चिकित्सा सुविधाओं की समीक्षा के लिए NITI आयोग के सदस्य प्रोफेसर विनोद के पॉल के नेतृत्व में एक समिति नियुक्त की थी. समिति में स्वास्थ्य सचिव और आयुष्मान भारत के मुख्य कार्यकारी अधिकारी शामिल थे. इस समिति ने अपनी अंतिम रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी है. समिति ने सिफारिश में कहा है कि आयुष्मान भारत योजना के तहत लाभार्थियों को कैंसर और घुटने की सर्जरी जैसी सुविधाएं भी प्रदान की जाना चाहिए. समिति ने अस्पतालों के इलाज की दर में बदलाव की भी सिफारिश की है. समिति की रिपोर्ट है कि 200 पैकेजों का भुगतान बढ़ाया जा सकता है और 63 पैकेजों का भुगतान कम किया जा सकता है.

मोतियाबिंद का ऑपरेशन बंद किया जा सकता है –

विशेषज्ञ समिति ने आयुष्मान भारत के तहत मोतियाबिंद सर्जरी सुविधा को बंद करने का निर्णय लिया है. समिति के अनुसार, स्वास्थ्य सुविधाओं के दोहरे लाभार्थियों को रोकने के लिए आयुष्मान भारत योजना के तहत कोई सुविधा नहीं है. मोतियाबिंद का ऑपरेशन अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं के तहत किया जा रहा है. सरकार ‘राष्ट्रीय अंधत्व निवारण’ कार्यक्रम के तहत मुफ्त मोतियाबिंद ऑपरेशन की सुविधा भी प्रदान कर रही है. ऐसे मामलों में आयुष्मान भारत के तहत मोतियाबिंद ऑपरेशन की सुविधा बंद होनी चाहिए. समिति द्वारा की गई सिफारिशों को 11 सितंबर को राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण की प्रशासनिक समिति की बैठक में प्रस्तुत किया जाएगा. इस बैठक में इन सिफारिशों पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा.

आयुष्मान भारत योजना –

आयुष्मान भारत योजना के तहत, लाभार्थियों के परिवारों के लिए 1 लाख से 1.50 लाख रुपए तक का स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया जाता है. इसलिए स्वास्थ्य सेवा की आवश्यकता पड़ने पर राज्य सरकार मेडिकल खर्च उठाता है. यह योजना केवल उपचार के दौरान ही नही,  बल्कि उपचार से पहले और बाद में भी आर्थिक सहायता प्रदान करती है. इस योजना को पूरे भारत में कही भी स्थानांतरित किया जा सकता है. इसका मतलब यह है कि अगर आप एक क्लिनिक से अनुसूचित किए हुए दूसरे क्लिनिक पर जाते हैं,  तब भी आप इस योजना का लाभ उठा सकते हैं. योजना में होने वाला सारा खर्च कैशलेस है.

आप आयुष्मान भारत योजना के लिए पात्र हैं ऐसे जानें…

यदि आप भी आयुष्मान भारत योजना का लाभ प्राप्त करना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको यह पता लगाना होगा कि क्या आप योजना के पात्र हैं या नहीं. इस योजना के लिए अपना और अपने परिवार का नाम देखने के लिए योजना की वेबसाइट https://www.pmjay.gov.in  पर जाएं. फिर अपना मोबाइल नंबर डालें. फिर कैप्चा कोड ड्रॉप करें. एक ओटीपी नंबर जनरेट करें. इसके बाद जो ओटीपी नंबर आया है उसे एंटर करें. फिर राज्य का चयन करें. नाम या जाति की श्रेणी के आधार पर खोजें. फिर, अपना विवरण दर्ज करें और पता करें कि आप पात्र हैं या नहीं.

इसी तरह अन्य तरीके से भी आप पता लगा सकते हैं कि आप आयुष्मान भारत योजना के लाभ के लिए पात्र हैं या नहीं. आयुष्मान भारत योजना के लिए आप हेल्पलाइन नंबर 14555 या 1800 111 565 पर कॉल कर सकते हैं.

गोल्डन कार्ड कैसे और कहाँ बनाया जाता है

यदि आप आयुष्मान भारत योजना का लाभ उठाने के लिए पात्र हैं, तो आपको इस योजना का लाभ उठाने के लिए एक गोल्डन कार्ड प्राप्त करना होगा. गोल्डन कार्ड अस्पताल और कॉमन सर्विस सेंटर (CSAC) में बनाए जाते हैं. देश के ग्रामीण क्षेत्रों में सामान्य सेवा केंद्र स्थापित किए गए हैं. इस केंद्र पर कार्ड बनाने का काम शुरू हो गया है. कार्ड बनाने के लिए आपको 30 रुपये देने होंगे. कॉमन सर्विस सेंटरों के अलावा, अस्पतालों में मुफ्त कार्ड बनाए जाएंगे.