नागपुर, 2 जून : नागपुर में कांग्रेस नेता त्रिशरण सहारे को हफ्ता मांगने के मामले में नागपुर पुलिस ने रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया है। कामाठी में भू-माफिया रंजीत सफेलकर के साथ हुआ आर्थिक लेनदेन सामने नहीं आये इसके लिए विश्वजीत किरदत्त से एक लाख रुपए की रिश्वत मांगी गई थी. इसे लेते हुए त्रिशरण सहारे को पुलिस ने जाल बिछाकर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की इस कार्रवाई से राजनीतिक हलकों में खलबली मच गई है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कुख्यात रंजीत सफेलकर को पुलिस ने कुछ दिनों पहले गिरफ्तार किया था। इससे संबंधित मामले की पुलिस ने जांच की. उसके अकाउंट की जांच करने पर पुलिस को पता चला कि करीब चार साल पहले उसकी उमरेड रोड के टेमसना गांव के पास की 15 एकड़ खेती की रकम सफेलकर के बैंक अकाउंट से राजघराने के सदस्य के अकाउंट में ट्रांसफर हुआ है।
इस मामले से जुडी खबर प्रकाशित होने के बाद सहारे को राजघराने के एक सदस्य को रंजीत के साथ फोटो को लेकर ब्लैकमेल करना शुरू किया गया । इस ब्लैकमेल से तंग आकर इस सदस्य ने पुलिस कमिश्नर से इसकी शिकायत कर दी। इसकी जांच में पता चला कि बंडू सहारे नामक व्यक्ति ने राजघराने के व्यक्ति से संपर्क किया था। तभी से वह ब्लैकमेल कर रहा था। रंजीत के साथ वाला फोटो छापने से बदनामी होने की धमकी दी गई थी। फोटो नहीं छापने के लिए दो लाख रुपए का हफ्ता मांगा था।
सीधे राजघराने के व्यक्ति को ब्लैकमेल करने वाले इस मामले को पुलिस ने गंभीरता से लिया। इसके बाद ब्लैकमेलिंग के आरोप लगने पर त्रिशरण को सहारे पुलिस की एंटी डेक्योट स्क्वॉड ने जाल बिछाकर मेयो हॉस्पिटल में रंगेहाथों पकड़ लिया। एक कांग्रेस नेता दवारा सीधे राजघराने के लोगों को ब्लैकमेल करने के इस मामले पर फ़िलहाल कांग्रेस ने मौन साध रखा है। इस मामले में और कोई शामिल है या नहीं ? पुलिस इसकी जांच कर रही है। यह कार्रवाई पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार के आदेश पर अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर सुनील फुलारी, डीसीपी गजानन राजमाने के मार्गदर्शन में एंटी डेक्योट स्क्वॉड ने की।