नौ माह में मात्र 35 फीसदी ही बजट हो सका ख़र्च

पिंपरी : समाचार ऑनलाइन – जारी वित्त वर्ष (2019-2020) के पहले नौ महीनों में पिंपरी चिंचवड मनपा अपने बजट का केवल 35 प्रतिशत खर्च कर सकी है। इसमें 632.50 करोड़ रुपये का पूंजीगत परिव्यय है। जबकि 940.15 करोड़ रुपये विकास कार्यों के बजाय वेतनादि (राजस्व) पर खर्च किए जाने की जानकारी सामने आई है। इस वित्त वर्ष को खत्म होने में अब जनवरी, फरवरी और मार्च केवल तीन महीने बचे हैं। इसमें बचा हुआ बजट ख़र्च करना किसी चुनौती से कम नहीं है।
वित्तीय वर्ष 2019-2020 के लिए मनपा का मूल बजट 4590 करोड़ रुपये है और संशोधित बजट 4966.85 करोड़ रुपये का है। वित्तीय वर्ष के पहले नौ महीनों में, बजट का मात्र 35 प्रतिशत खर्च किया गया है। इस वित्तीय वर्ष के दौरान, लोकसभा, विधानसभा चुनावों की दो आचार संहिताएँ लागू रही। लोकसभा के लिए तीन महीने और विधानसभा चुनाव में डेढ़ महीने के लिए आचार संहिता लागू थी। इसके कारण विकासकामों में देरी हुई। यही वजह है इस साल मात्र 35 प्रतिशत बजट खर्च हो सका।
चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों के दौरान 632.50 करोड़ रुपए विकासकामों पर खर्च किया गया। इनमें स्थापत्य, बिजली, पानी की आपूर्ति और विभिन्न विकास कार्य शामिल हैं। इसके विपरीत राजस्व यानी वेतनादि पर होनेवाला ख़र्च विकास पर किये गए खर्च से अधिक है। बजट के राजस्व खर्च के मद में कुल 940.15 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। वित्तीय वर्ष खत्म होने में तीन महीने बाकी हैं। माना जा रहा है कि इन तीन महीने में बड़ी संख्या में नए विकास कार्यों को मंजूरी मिलने की संभावना है। इस बारे में मुख्य लेखापाल जितेंद्र कोलम्बे ने कहा, पिछले साल बजट का 75 फीसदी खर्च किया गया था। हमारा लक्ष्य इस वर्ष बजट का 80 प्रतिशत खर्च करना है। ”