Ind Vs Pak : भारत के ‘इन’ हथियारों से तबाह हो जायेगा पाकिस्तान!

नई दिल्ली : समाचार ऑनलाइन –  जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने के बाद से पाकिस्तान तिलमिला गया है। हर दिन वह भारत को युद्ध की धमकी देता है। हालांकि हकीकत देखा जाये तो  पाकिस्तानी सेना की तुलना में भारतीय सेना की स्थिति काफी मजबूत है। पाकिस्तान के पास खाने के पैसे नहीं है। पूरा देश आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। पाक पीएम इमरान खान देश की गरीबी छोड़ भारत के पीछे पड़ा हुआ है। कमजोर पाकिस्तानी सेना बात-बात पर युद्ध की धमकी देता है। लेकिन भारत के पास ऐसे कई हथियार है जो पाकिस्तान में तबाही मचा सकती है।

भारत के पास तमाम ऐसे अत्याधुनिक हथियार हैं जिनसे वह दुश्मन को धूल चटा सकता है। भारत पाकिस्तान से हर चीज़ में दस कदम आगे है। इस बीच आज भारतीय सेना ने दुनिया का सबसे खतरनाक अटैक हेलिकॉप्टर ‘अपाचे’ अपने साथ शामिल कर लिया है। जिसके बाद सेना और शक्तिशाली हो गया है।

1. अपाचे AH-64 E-
करीब 280 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से उड़ान भरने वाला इस हेलीकॉप्टर को अपनी डिजाइन की वजह से रडार आसानी से पकड़ नही पाता है।  करीब पौने तीन घंटे तक उड़ान भरने वाला ये अटैक हेलीकॉप्टर दुश्मन पर जब टूट पड़ता है तो उसकी शामत आ जाती है। इससे दुश्मन के आतंकियों के ट्रेनिंग कैंप  से टैंक तक तबाह किये जा सकते है। इसकी ऊंचाई 60 फुट है और चौड़ाई करीब 50 फुट है। अपाचे हेलिकॉप्टर के बड़े विंग को चलाने के लिए 2 इंजन होते हैं।  इस हेलिकॉप्टर में हेलिफायर और स्ट्रिंगर मिसाइलें लगी हुई हैं। इसमें एक सेंसर भी लगा है, जिसकी वजह से ये हेलिकॉप्टर रात में भी ऑपरेशन को अंजाम दे सकता है। अपाचे हेलिकॉप्टर दो मिनट के भीतर अपनी 30 mm कैनन से 1200 राउंड फायरिंग कर सकता है। यह 70 mm रॉकेट से भी लैस है। हेलफायर मिसाइल के अलावा अपाचे एक बार में 80 रॉकेट लॉन्च कर सकता है।

2. ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल – 
यह दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है जिसकी मारक क्षमता सटीक है। ब्रह्मोस को जमीन, समुद्र और हवा से दागा जा सकता है। मिसाइल की मारक क्षमता 290 किलोमीटर के करीब है और यह भारत के लिये रणनीतिक हथियार है। ब्रह्मोस का निशाना इतना अचूक होता है कि इसके बारे में कहा जाता है कि इस मिसाइल को दागो और भूल जाओ। दुनिया की कोई भी मिसाइल तेज गति से हमले के मामले में इसकी बराबरी नहीं कर सकती। यह बहुत आसानी से दुश्मन के जहाजों को तबाह कर सकती है।

3. S-400 एंटी-बैलिस्टिक मिसाइल सिस्टम –
भारत ने रूस को एस-400 मिसाइल सिस्टम की पहली खेप अगले साल मिल जाएगी। इसके लिए भारत ने रूस को अग्रिम भुगतान कर दिया है। अब अगले छह वर्षों के दौरान यानी 2025 तक रूस भारत को सभी डिफेंस सिस्टम सौंप देगा। एस-400 मिसाइल प्रणाली ‘एस-300’ का एक उन्नत संस्करण है। सबसे बड़ी खासियत है कि यह करीब 400 किलोमीटर के क्षेत्र में दुश्मन के विमान, मिसाइल और यहां तक कि ड्रोन को भी नष्ट करने में सक्षम है। इसे सतह से हवा में मार करने वाली दुनिया की सबसे सक्षम मिसाइल प्रणाली माना जाता है। इस मिसाइल प्रणाली की क्षमता का इसी बात से अंदाजा लगा सकते हैं कि यह अमेरिका के सबसे उन्नत फाइटर जेट F-35 को भी गिराने की काबिलियत रखता है। S-400 पाकिस्तान या चीन की न्यूक्लियर पावर्ड बैलिस्टिक मिसाइलों से भी यह बचाएगा। यह एक तरह का मिसाइल शील्ड है।

4. आईएनएस अरिहंत –
यह जल, थल और नभ में मार करने में सक्षम है। इसे न्यूक्लियर ट्रायड भी कहा जाता है, जिसका अर्थ होता है तीनों स्तर की सुरक्षा। अरिहंत का मतलब होता है दुश्मन को नष्ट करने वाला। जल में मारक क्षमता तैयार करने के लिए इसे कई तरह के परीक्षणों से गुजरना पड़ा। ऐसी ही दूसरी पनडुब्बी आईएनएस अरिधमान भी लगभग तैयार हो चुकी है। आईएनएस अरिहंत भारत की परमाणु क्षमता से युक्त बैलेस्टिक मिसाइल पनडुब्बी है। यह पनडुब्बी 6000 टन वजनी है। अरिहंत में चार वर्टिकल लॉन्च ट्यूब हैं जो छोटी के-15 मिसाइल या 4 बड़ी के-4 मिसाइलें ले जाने में सक्षम हैं। के-4 मिसाइल की रेंज 3500 किमी तक है। इसकी डिलिवरी अगले साल होने की संभावना है।

5. राफेल – 
लेटेस्ट एविनिक्स और मिसाइल सिस्टम की वजह से राफेल भारतीय वायुसेना का सबसे ताकतवर एयरक्राफ्ट बन जाएगा। इसमें खास इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम भी लगा है जिसके जरिए दुश्मनों की लोकेशन का पता लगाया जा सकता है और उनके रडार को जाम भी किया जा सकता है। राफेल परमाणु हमला करने में सक्षम है।  साथ ही यह बेहद छोटे रनवे से उड़ान भरने में सक्षम है।