नई दिल्ली : समाचार ऑनलाइन – G-7 सम्मेलन इन दिनों फ्रांस में चल रहा है। फ्रांस के बिआरिट्ज शहर में जी-7 सम्मेलन हो रहा है। जहां दुनिया भर के बड़े-बड़े नेता यहां पहुंचे हुए है। बता दें कि जी-7 दुनिया के सात विकसित देशों का एलीट क्लब है। ये देश दुनिया की अर्थव्यवस्था की चाल और रफ्तार तय करते हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जी-7 के देशों का दुनिया की 40 फीसदी जीडीपी पर कब्जा है।
Venue of the G7 Summit. The 3-day Summit starts today and will end on 26th August. India is invited as a part of 4 major partners who are committed to the protection and promotion of democratic freedoms. pic.twitter.com/m0HYlMX6zp
— Prasar Bharati News Services & Digital Platform (@PBNS_India) August 24, 2019
भारत G-7 का सदस्य तक नहीं है। लेकिन, वैश्विक पटल पर भारत की बढ़ती ताकत का ही असर है कि इस सम्मेलन में भारत को विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया है। भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, स्पेन, दक्षिण अफ्रीका को भी इस बार विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है। अफ्रीकी देश सेनेगल और रवांडा भी इस बार आमंत्रित हैं। बता दें कि इस सम्मेलन में चीन जैसा विकसित देश भी शामिल नहीं है। न ही उन्हें कोई बुलावा आया है।
G-7 में कौन-कौन देश है शामिल –
जी-7 में कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन और अमेरिका। जैसे विकसित देश शामिल है। बता दें कि 1977 से इस सम्मेलन में यूरोपियन यूनियन भी शामिल होता रहा है।
It’s time to take action! #G7Biarritz pic.twitter.com/Xak0IBTVhg
— G7 Japan (@G7) August 25, 2019
भारत को मिला बुलावा –
जी-7 सम्मेलन में भारत के प्रधानमंत्री मोदी वातावरण, जलवायु, समुद्री सुरक्षा और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन पर सेशन को संबोधित करेंगे। भारत के लिए इस बार का जी-7 बैठक बहुत अहम है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी कश्मीर मुद्दे पर ट्रंप से बात कर सकते हैं। बता दें कि कुछ ही दिन पहले ट्रंप ने कहा था कि वे कश्मीर के मुद्दे पर पीएम से चर्चा करना चाहेंगे। हालांकि भारत ने दुनिया को दो टूक कह दिया है कि कश्मीर का मुद्दा भारत-पाकिस्तान का द्विपक्षीय मुद्दा है।