पहली बार भारत ने अमेरिका को उसी की भाषा में दिया जवाब

नई दिल्ली: अब वो ज़माना गया जब अमेरिका की दादागिरी को भारत ख़ामोशी से स्वीकार कर लिया करता था। अब भारत बराबर से जवाब देने की स्थिति में आ गया है। हाल ही में जब अमेरिका द्वारा कुछ सामानों पर अतिरिक्त शुल्क लगाया गया, तो भारत ने बिना देर किये 30 उत्पादों के आयात पर मिलने वाली छूट को ख़त्म कर दिया। मोदी सरकार ने यह कदम उठाकर एक तरह से अमेरिका को स्पष्ट संदेश दे दिया है कि व्यावसायिक रिश्तों में बराबरी बेहद मायने रखती है। इस संबंध में भारत की ओर से विश्व व्यापार संगठन को भी जानकारी दी गई है। भारत ने 14 जून को संगठन को लिखे पत्र में कहा है कि अमेरिका से होने वाले आयात पर खत्म की गई यह छूट उसकी ओर से भारत के उत्पादों पर लगाये गए शुल्क के अनुपात में ही होगी।

क्या होगा फायदा
गौरतलब है कि अमेरिका की ओर से भारत से स्टील और एल्युमिनियम के आयात पर ड्यूटी बढ़ाई गई है, इसी के जवाब में मोदी सरकार ने यह कार्रवाई की है। एक अधिकारी के मुताबिक, यह पहला मौका है, जब भारत ने अमेरिका के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करते हुए आयात पर लगने वाले शुल्क में इजाफा किया है। हमारा अनुमान है कि ड्यूटी में इजाफे से हम 238.09 मिलियन अमेरिकी डॉलर का राजस्व हासिल कर सकेंगे।

क्या कहा था ट्रंप ने?
आपको बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 9 मार्च को स्टीटल और एल्यूकमीनि‍यम पर हैवी टैरि‍फ लगाते हुए कहा था कि भारत से आयात होने वाले स्टीपल पर 25 फीसदी और एल्यू मीनियम पर 10 फीसदी अतिरिक्त ड्यूटी लगाई जाएगी। इस बढ़ोत्तरी से केवल कनाडा और मैक्सिको को छूट दी गई थी।

क्या किया भारत ने?
भारत के जवाबी नए फैसले के मुताबिक अब अमेरिका से आयात होने वाली 800 सीसी से ज्यादा की बाइक पर 50% ड्यूटी लगेगी, बादाम पर 20 फीसदी, मूंगफली पर 20 % और सेब पर भी 25 प्रतिशत ड्यूटी चार्ज की जाएगी। इसके अलावा अखरोट पर आयात शुल्क 30 से बढ़ाकर 100 फीसदी कर कर दिया गया है। साथी ही, बादाम पर इंपोर्ट ड्यूटी 65 रुपए से बढ़ाकर 100 रुपए प्रति किलो की गई है।