बिना पायलट के उड़ने वाला खतरनाक MQ-9 रीपर ड्रोन से ही ईरानी कमांडर सुलेमानी पर किया गया था हमला, जानें कितना ताकतवर है ये ड्रोन

मुंबई : समाचार ऑनलाइन – इराण के सबसे ताकतवर फौजी जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद अमेरिका और इराण के बीच तनाव चरम पर है और इराण के शीर्ष नेता खोमैनी ने धमकी दी है कि उनकी हत्या का बदला ईरान हर हालत में लेगा। इराण के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर के शीर्ष जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद लोगों के जेहन में यह सवाल भी उठ रहे हैं कि आखिरकार देश के सबसे बड़े जनरल और खोमैनी के करीबी सुलेमानी को अमेरिका ने निशाना कैसे बनाया। सेना के शीर्ष पद पर होने की वजह से सुलेमानी की इतनी सख्त सुरक्षा के बाद भी अमेरिका ने उनकी हत्या को कैसे अंजाम दिया?

दरअसल किसी खतरे से अंजान इराण का सबसे शक्तिशाली सैन्य कमांडर और खुफिया प्रमुख मेजर जनरल कासिम सुलेमानी इराक के बगदाद एयरपोर्ट पर पहुंचा लेकिन यहां किसी को अंदाजा नहीं था कि हजारों फीट की ऊंचाई पर उड़ रहा एक खतरनाक शिकारी सुलेमानी के काफिले पर हमला करने वाला है। आसमान से अधिकारियों के काफिले पर विस्फोटक गिरे और इराणी कमांडर अपनी जान से हाथ धो बैठा। अमेरिका के एमक्यू-9 रीपर जिसे प्रिडेटर-बी के नाम से भी जाना जाता है। बिना पायलट हवा में उड़ने वाला ऐसा हथियार जो आदेश मिलते ही आसमान से आग बरसा सकता है।

जानें कितना ताकतवर है ये ड्रोन  –
– एमक्यू-9 करीब 1850 किलोमीटर के दायरे में मिशन को अंजाम दे सकता है। यह ड्रोन घंटों तक उड़ान भरकर निगरानी कर सकता है और खुफिया जानकारी इकट्ठा कर सकता है। साथ ही यह हथियार हमला करने में भी सक्षम है, जरूरत पड़ने पर इसमें लगी मिसाइलें और बम जमीनी निशाने को तबाह कर सकते हैं।

– इस ड्रोन में आधुनिक लेजर तकनीक। यह मिसाइल सेंसर की मदद से रीपर ड्रोन निशाने पर बेहद सटीक हमला करता है।

– MQ-9 रीपर की मल्टी-स्पेक्ट्रल टारगेटिंग सिस्टम से लैस होता है और इसमें कई तरह के सेंसर और उपकरण लगे होते हैं। जैसे- एक एमटीएस-बी इंफ्रारेड सेंसर, कलर / मोनोक्रोम डेलाइट टीवी कैमरा, इमेज-इंटेंसिफाइड टीवी कैमरा, लेजर रेंज फाइंडर / डिजाइनर और लेजर इल्लुमिनेटर। इन उपकरणों की मदद से जमीन पर मौजूद इस ड्रोन का ऑपरेटर सबकुछ देख सकता है और हमला करने का निर्देश भी दे सकता है।

– रीपर ड्रोन खुफिया जानकारी इकट्ठा करना, निगरानी, टोह लेना, जमीनी सैन्य टुकड़ियों की मदद के लिए हमला करना, बचाव अभियान, सटीक एयर स्ट्राइक, काफिले या जमीन पर चल रहे अन्य किसी लक्ष्य पर नजर रखने जैसे कई तरह के ऑपरेशन कर सकता है।

बता दे कि अमेरिका ने भारत को भी हमलावर ड्रोन बेचने की मंजूरी दी है। इस ड्रोन का नाम है- प्रिडेटर गार्डियन ड्रोन। यह रीपर ड्रोन जैसी ही तकनीक और खासियतों से लैस ड्रोन है। आतंकवादियों पर कार्रवाई और सटीक एयर स्ट्राइक जैसे मिशनों में यह ड्रोन भारतीय सेनाओं के लिए गेम चेंजर साबित हो सकता है।