Jaykar Library Pune University | यूनिवर्सिटी की कई पीढ़ियां तैयार करने वाला जयकर ज्ञानस्रोत केंद्र ! विश्व पुस्तक दिवस विशेष : सावित्रीबाई फुले पुणे यूनिवर्सिटी जयकर ज्ञानस्त्रोत केंद्र

पुणे : पुणेसमाचार ऑनलाइन – Jaykar Library Pune University | सावित्रीबाई फुले पुणे यूनिवर्सिटी ने कहा है कि पलक झपकते ही कुछ चीजें सामने आ जाती है. इसमें यूनिवर्सिटी का प्राकृतिक परिसर, इतिहास की गवाही देने वाली खड़ी डेढ़ सौ वर्ष से अधिक पुरानी यूनिवर्सिटी की मुख्य इमारत और पिछली कई पीढ़ियों के लिए ज्ञान के स्रोत रहे जयकार लाइब्रेरी मतलब जयकर ज्ञानस्रोत का केंद्र. (Jaykar Library Pune University)

 

यह वर्ष सावित्रीबाई फुले पुणे यूनिवर्सिटी का 75वां यानी अमृत महोत्सव वर्ष है. जबकि जयकार लाइब्रेरी का अमृत महोत्सव वर्ष अगले वर्ष से शुरू होगा. यूनिवर्सिटी की स्थापना 1949 में होने के बाद 1950 में ही यूनिवर्सिटी की मुख्य इमारत में लाइब्रेरी की शुरुआत की गई थी. यूनिवर्सिटी के विभिन्न विभागों में पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों के लिए यह लाइब्रेरी की स्थापना की गई है. 1957 में लाइब्रेरी को अलग से इमारत मिली व लाइब्रेरी को यूनिवर्सिटी के पहले कुलगुरू मु.रा. जयकर का नाम दिया गया. 2017 में जयकर लाइब्रेरी का नाम जयकर ज्ञानस्रोत केंद्र कर दिया गया. यूनिवर्सिटी का जैसे जैसे विस्तार हुआ वैसे वैसे लाइब्रेरी का भी विस्तार होता गया. आज इस लाइब्रेरी में ग्रंथ, प्रिंट पत्रिका, प्रिंटिंग शोध पत्र, हस्त लेखन, नक्शा, ई ग्रंथ, संगीत की विरासत, फोटो, ई डेटाबेस, ई पत्रिकाओं आदि 4 लाख 77 हजार ग्रंथों का संग्रह केंद्र में उपलब्ध है. प्रमुख रूप से मराठी, हिंदी और अंग्रेजी भाजपा में ये ग्रंथ है. इन भाषाओं में अलग अलग भाषाओं का अनुवादित साहित्य उपलब्ध है.

 

इस विषय पर जानकारी देते हुए जयकर ज्ञानस्रोत केंद्र की प्रभारी संचालिका डॉ. अर्पणा राजेंद्र बताती है कि इस केंद्र में यूनिवर्सिटी के विभिन्न विभागों द्वारा सुझाए गए पुस्तकों की हर वर्ष खरीदी की जाती है. लाइब्रेरी में साहित्य की संख्या हर वर्ष बढ़ जाती है लेकिन गुणात्मक क्वालिटी को भी बनाए रखने का हम प्रयास करते है. इस केंद्र में दुर्लभ हस्त लेखन से लेकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तक सभी प्रकार की पुस्तकें उपलब्ध है.

 

विद्यार्थियों के अध्ययन की दृष्टि से आवश्यक राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर के जर्नल यूनिवर्सिटी में उपलब्ध कराई गई है. इसके अलावा यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन के ई शोधसिंधू योजना के जरिए भी 2004 से 14 ई जर्नल उपलब्ध कराए जा रहे है. विद्यार्थियों की सुविधा को देखते हुए ई कैटलॉग भी उपलब्ध है.

 

 

यूनिवर्सिटी में पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री की शिक्षा लेने वाले सभी विद्यार्थियों, यूनिवर्सिटी के सभी प्रोफेसर, कर्मचारी इस ज्ञानस्रोत केंद्र का लाभ उठाते है. इसके साथ ही बाहर के लोग भी नियम व शर्तों का पालन कर यहां के पुस्तकों के इस्तेमाल के लिए आते है. यूनिवर्सिटी के हजारों विद्यार्थी इस लाइब्रेरी और यहां बनी पांच मंजिला अध्ययन केंद्र का लाभ उठाते है. इसके पास ही कुल हजार विद्यार्थियों के अध्ययन की सुविधा दी गई है.

 

सीनियर निर्देशक, अभिनेता नागराज मंजुले भी इसी यूनिवर्सिटी के पूर्व विद्यार्थी है. उन्होंने अपने कई इंटरव्यू में कहा है कि यूनिवर्सिटी के जयकार लाइब्रेरी का मेरा जीवन बनाने में योगदान रहा है. केवल नागराज मंजुले ही नहीं बल्कि आज कई बड़े बड़े पदों पर बैठे यूनिवर्सिटी के पूर्व विद्यार्थियों का भी रिश्ता इस यूनिवर्सिटी और लाइब्रेरी से जुड़ा हुआ है.

 

Web Title :- Jaykar Library Pune University | Jaikar Gnanstrot Kendra, which has created many generations of the university! World Book Day Special : Jaykar Knowledge Resource Center of Savitribai Phule Pune University

 

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