JNU Sedition Case : कन्हैया ने दिल्ली सरकार को कहा धन्यवाद, कहा- ऐसे समय दी गई मंजूरी….

नई दिल्ली : समाचार ऑनलाइन – जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार पर देशद्रोह का मुकदमा चलाने को लेकर दिल्ली सरकार ने आज इसकी मंजूरी दे दी है। बता दें कि दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में लगे कथित देश विरोधी नारों के मामले में स्पेशल सेल यह मुकदमा चलाएगी। गौरतलब हो कि पुलिस ने 2016 के इस मामले में कुमार के साथ ही जेएनयू के पूर्व छात्रों उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया था। इस मामले में स्पेशल सेल को मुकदमा चलाए जाने को लेकर मंजूरी देने की फाइल काफी वक्त से लटकी हुई थी। मामले में दिल्ली सरकार ने कन्हैया कुमार समेत उमर खालिद, अनिर्बान, आकिब हुसैन, मुजीब, उमर गुल, बशरत अली और खालिद बसीर पर भी राजद्रोह का मुकदमा चलाए जाने की मंजूरी दी है।

इस पर अब कन्हैया कुमार का प्रतिक्रिया सामने आया है। कन्‍हैया ने ट्वीट कर कहा कि ‘दिल्ली सरकार को सेडिशन केस की परमिशन देने के लिए धन्यवाद। दिल्ली पुलिस और सरकारी वक़ीलों से आग्रह है कि इस केस को अब गंभीरता से लिया जाए, फॉस्ट ट्रैक कोर्ट में स्पीडी ट्रायल हो और TV वाली ‘आपकी अदालत’ की जगह क़ानून की अदालत में न्याय सुनिश्चित किया जाए। सत्यमेव जयते।’ एक अन्‍य ट्वीट में उन्‍होंने कहा कि ‘सेडिशन केस में फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट और त्वरित कार्रवाई की जरुरत इसलिए है ताकि देश को पता चल सके कि कैसे सेडिशन क़ानून का दुरूपयोग इस पूरे मामले में राजनीतिक लाभ और लोगों को उनके बुनियादी मसलों से भटकाने के लिए किया गया है।’

https://twitter.com/kanhaiyakumar/status/1233420567023255552

बेगूसराय लोकसभा सीट से 2019 में चुनाव लड़ने वाले कन्हैया कुमार ने मामले में अपनी सफाई देते हुए कहा है कि, ‘हमने देश के खिलाफ कोई नारा नहीं लगाया। केस चलाने की अनुमति ऐसे मौके पर दी गई है, सबको सब कुछ समझ में आ जाएगा। हमें कोर्ट पर भरोसा है। हमारे ऊपर आरोप है कि, हमने नारा नहीं रोका। बाप की बात बेटा नहीं मानता, मेरी बात कौन मानता।

बिहार में फिर सक्रिय कन्‍हैया –
बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले कन्‍हैया एक बार फिर से सक्रिय हैं। माना जा रहा है कि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के साथ मिलकर वह राज्‍य में नई सियासी पारी का आगाज कर सकते हैं। कन्हैया बिहार में लगातार रैलियां व जनसभाएं कर रहे हैं, जिसमें खूब भीड़ भी जुट रही है। वह केंद्र सरकार की नीतियों का मुखर विरोध करते रहे हैं। पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में गुरुवार को ‘संविधान बचाओ, नागरिकता बचाओ’ रैली में भी उन्‍होंने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा था।