JNU के विद्यार्थियों को बैरिकेट्स तोड़कर संसद की तरफ जाने से पुलिस ने रोका, धारा 144 लागू

नई दिल्ली : समाचार ऑनलाइन – जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के विद्यार्थियों की फीस बढ़ाए जाने के खिलाफ किया गया आंदोलन उग्र होता जा रहा है. जेएनयू में जमा हुए हजारों पिद्यार्थियों ने कैंपस में पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेट को तोड़कर संसद भवन की तरफ जाने की शुरुआत की. इसके बाद पुलिस ने काफी मशक्कत कर इन्हें रोकने में कामयाब हो पाई. विद्यार्थियों के इस मोर्चें को देखते हुए पुलिस ने धारा 144 लगाया है.

इस बीच इस समस्या के समाधान के लिए मानव संसाधन मंत्रालय ने तीन सदस्यीय समिति गठित की है. जेएनयू का कामकाज पूर्ववत करने के लिए ये समिति सिफारिश करेगी. जेएनयू के लिए स्थापित की गई यह कमेटी विद्यार्थियों व प्रशासन से बात करेगी और सभी समस्या के निराकरण के लिए सिफारिश करेगी.

जेएनयू के विद्यार्थियों के संसद के मोर्चे पर दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने जानकारी दी कि विद्यार्थियों को संसद नहीं जाने दिया जाएगा. धारा 144 संसद के परिसर के आसपास लागू किया गया है. यूनिवर्सिटी परिसर के एक किलोमीटर के दायरे में अब जेएनयू के विद्यार्थियों को रोकने की योजना है.

लोक कार्यालय तक नहीं पहुंच सकते

कार्यालय तक जाने वाले लोगों को इस आंदोलन से सबसे अधिक परेशानी हुई. अरुणा आसिफ अली रोड पर पुलिस बंदोबस्त की वजह से बहुत सारे लोग फंस गए. यहां एक व्यक्ति ने बताया कि जेएनयू विद्यार्थियों का यह रोज का काम बन गया है. यह कितना सही है. इसमें हमें क्यों परेशान किया जा रहा है. पुलिस को पहले ही बैरिकेडिंग करके रूट चेंज करना चाहिए था.

एंबूलेंस भी फंस गई

इसी आंदोलन के दौरान मुजफ्फरनगर से मरीज को लेकर आ रही एंबूलेंस आफिस अली रोड के जाम में फंस गई. एंबूलेंस के सीरियस मरीज को स्पाइनल हॉस्पिटल भेजा गया. इसके बाद स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस बैरिकेट्स हटाए गए और एंबूलेंस को जाने के लिए एक मार्ग दिया गया. लेकिन इन सबमें 30 मिनट लग गया.