पाकिस्तान दूतावासों में कश्मीर सेल, डेस्क खोलेगा

इस्लामाबाद, 17 अगस्त (आईएएनएस)| पाकिस्तान ने फैसला किया है कि वह दूतावासों में कश्मीर सेल एवं डेस्क खोलेगा। संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर मुद्दे पर क्लोज डोर मीटिंग में अपेक्षित परिणाम नहीं मिलने के कारण पाकिस्तान ने यह कदम उठाया है। भारत सरकार ने जम्मू एवं कश्मीर के विशेष दर्जे को समाप्त कर दिया है और जम्मू एवं कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिया है, जिससे पाकिस्तान बौखलाया हुआ है।

जियो न्यूज के मुताबिक, विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने यहां कश्मीर मुद्दे पर उच्चस्तरीय बैठक के बाद शनिवार को कहा कि कश्मीर पर स्पेशल सेल के जरिए भविष्य की रणनीति तय की जाएगी।

इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के डीजी मेजर जनरल आसिफ गफूर ने कश्मीर मुद्दे पर उच्चस्तरीय बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में कुरैशी के हवाले से कहा कि कश्मीर मुद्दे से दुनिया का ध्यान भटकाने के लिए भारत के किसी भी हमले का जवाब देने के लिए पाकिस्तान और सेना तैयार है।

कुरैशी ने कहा, “भारत दुनिया का ध्यान भटकाने के लिए किसी वारदात को अंजाम दे सकता है। अगर वह ऐसा करते हैं तो पाकिस्तान और यहां की सेना अपना बचाव करने के लिए पूरी तरह तैयार है।”

चीन की मांग पर जम्मू-कश्मीर से विशेष दर्जा हटाए जाने के मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक शुक्रवार को हुई। इससे पहले संयुक्त राष्ट्र ने पाकिस्तान की औपचारिक सत्र की मांग को खारिज कर दिया था।

संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर मुद्दे पर अनौपचारिक विमर्श के बारे में कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र में वह हासिल किया, जिससे भारत स्तब्ध होगा। उन्होंने कहा, “कश्मीर मुद्दा एक ऐसे मंच पर उठाया गया, जिसके ऊपर इस विवाद को हल करने की जिम्मेदारी है।”

कुरैशी ने बैठक के बारे में कहा, “सभी प्रतिभागियों ने इस बात पर सहमति जताई कि मोदी ने नेहरू के हिंदुस्तान की हत्या कर दी। आज यह नेहरू का भारत नहीं है, यह मोदी का भारत है।”

बैठक में पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर के राष्ट्रपति सरदार मसूद खान, कई केंद्रीय मंत्री और प्रधानमंत्री के सलाहकार शामिल हुए।