विश्व इमोजी दिवस पर  जानिए  इमोजी से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें 

पुणे |  समाचार ऑनलाइन
सोशल मीडिया के कारण इमोजी काफी इस्तेमाल हो रहे हैं। हम अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए शब्दों से ज्यादा इमोजी का इस्तेमाल करने लगे हैं। अब हालत यह हो गई है कि 17 जुलाई को विश्व इमोजी डे के रूप में मनाया जाने लगा है। इसकी शुरुआत 2014 में उस वक्त हुई थी जब जेरेमी बर्ज ने इमोजी के लिए इमोजीपीडिया शुरू किया था। मॉडर्न समय में स्मार्टफोन हर किसी की लाइफ का अहम हिस्सा बन चुका है। स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हुए हम लोग ना जाने मैसेज करते हुए कितनी बार इमोजी का इस्तेमाल कर लेते है। तो चलिए आज हम आपको इन इमोजी से जुड़ी कुछ दिलचस्प बाते बताते है।
  •  यूनिकोड कमेटी के सदस्य जेरेमी बर्ग ने वर्ल्ड इमोजी डे की शुरुआत की थी। जेरेमी बर्ग के मुताबिक, हर साल सैकड़ों की तादाद में नई इमोजी के लिए आवेदन पत्र मिलते है।
  • पहली बार वर्ल्ड इमोजरी डे साल 2014 में मनाया गया, जिसके लिए 17 जुलाई का दिन चुना गया।
  • इमोजी का इस्तेमाल सबसे पहले 1990 के आखिरी दौर में शुरू हुआ। सबसे पहले एप्पल ने आईफोन के की-बोर्ड में इसको शामिल किया।
  •  यूनिकोड स्टैंडर्ड लिस्ट के मुताबिक अब तक 2666 इमोजी बनाई जा चुकी हैं, जिनकी रूपरेखा यूनिकोड कंसोर्टियम तैयार करता है। वहीं तैय करता है कि क्या इमोजी बननी चाहिए।
  • एक रिपोर्ट के मुताबिक, पूरी दुनिया में हर रोज करीब छह बिलियन इमोजी एक दूसरे को भेजे जाते हैं।
  • क्या आप जानते है कि 2666 इमोजी में से सबसे ज्यादा इस्तेमाल किस इमोजी का होता है। दरअसल, इमोजी का वो चेहरा जिसमें खुशी के आंसू दिखाई देते हैं, वह सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है।
  • इमोजी ने एप्पल आईफोन के साथ पहली बार अंतरराष्ट्रीय प्लेटफार्म पाया। इसके बाद इमोजी एंराइड और मोबाइल के दूसरे ऑपरेटिंग सिस्टम पर छा गए।
  • इमोजी पिक्टोग्राफ होते हैं। यह जपानी भाषा के शब्द इ (पिक्चर) और मोजी (पात्र) से मिलकर बने है।