प्रियंका चतुर्वेदी ने आखिर क्यों छोड़ दी कांग्रेस, जानिए इनसाइड स्टोरी 


नई दिल्ली : समाचार ऑनलाइन –
कांग्रेस पार्टी छोड़कर शिवसेना में शामिल हुई प्रियंका चतुर्वेदी इन दिनों चर्चा में है। चर्चाओं का बाजार गर्म है कि आखिर प्रियंका ऐन चुनाव के वक़्त कांग्रेस को बाय-बाय करके शिवसेना में क्यों शामिल हो गई? क्या यह खिचड़ी काफी समय से पक रही थी या प्रियंका पार्टी छोड़ने की जो वजह बता रही है वही सच है? अगर दूसरी  वजह को ही सच माने जिसे प्रियंका भी तक़सीद कर रही है तो राजनीति में  इसे इतनी बड़ी वजह नहीं माना जाता कि बड़ी पार्टी को छोड़ कर उसकी तुलना में छोटी पार्टी में शामिल हो जाये। चर्चाओं के एक सिरे को पकड़ कर इसके अंत तक जाए तो यह वजह पुरे दम के साथ सामने आ रहा कि प्रियंका मुंबई नार्थ से पार्टी का टिकट चाहती थी लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं थमाया। इसे भी पूरा सच कहना गलत होगा। तो चलते है प्रियंका के पार्टी छोड़ने के पीछे की वजह का सच जानने का प्रयास करते हैं।

हाल ही में प्रियंका चतुर्वेदी ने रेफेल डील पर मथुरा में प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इस दौरान कांग्रेस के कई नेताओ ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया था।  इस घटना के बाद वह न केवल डरी हुई  बल्कि व्यथित भी थी।

इस घटना के बाद प्रियंका ने प्रेस कॉन्फ्रेंस छोड़ दी थी। लेकिन स्थानीय नेता उनका पीछा करते हुए उनके कमरे तक पहुंच गए थे। इसके बाद प्रियंका ने पार्टी के शीर्ष नेताओं से इसकी शिकायत का फैसला किया। दुर्व्यवहार करने वाले नेताओं में अशोक बकलेश्वर, उमेश पंडित, प्रताप सिंह, अब्दुल जब्बार, गिरधारी लाल पाठक, भूरी सिंह जायस, प्रवीण ठाकुर और यतींद्र मुकदम शामिल थे। प्रियंका की शिकायत के बाद इन 8 नेताओं को तत्काल पार्टी से निलंबित कर दिया गया था।

निलंबन के बाद वापसी
15 अप्रैल को इन नेताओं को कड़ी चेतावनी के बाद पार्टी में वापसी हो गई थी। इन नेताओं ने लिखित में माफ़ी मांगा था। बताया जा रहा है वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस मामले में दखल दिया था। इन नेताओं  से प्रियंका बेहद दुखी थी। उन्होंने ट्विटर पर अपनी नाराजगी भी जाहिर की थी।

मिली जानकारी के मुताबिक इस बीच प्रियंका और शिवसेना नेताओं के बीच बातचीत हुई। शिवसेना नेताओं ने प्रियंका को कांग्रेस छोड़ शिवसेना में शामिल होने का ऑफर दिया। वैसे अंत तक यह बात सार्वजानिक नहीं हो पाई जब तक प्रियंका प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शिवसेना में शामिल नहीं हो गई।

दूसरी तरफ कांग्रेस से जुड़े लोग प्रियंका के बारे में कुछ और ही कहानी बताते हैं। लोकसभा चुनाव शुरू होने से पहले मुंबई कांग्रेस में काफी मतभेद बने हुए थे। मुंबई के कई बड़े नेता आपस में ही उलझे थे।

टिकट नहीं मिलने से नाराजगी
बताया जा रहा है कि प्रियंका मुंबई नार्थ सीट पर कांग्रेस के टिकट पैर चुनाव लड़ना चाहती थी। लेकिन फिल्म एक्ट्रेस उर्मिला मातोंडकर को यहाँ से टिकट दे दिया गया। इस बात से प्रियंका बेहद नाराज़ हो गई। सूत्रों के मुताबिक इसके बाद ही उन्होंने पार्टी छोड़ कर शिवसेना ज्वाइन करने का मन बना लिया।

जानकारी मिली है कि शिवसेना ने उन्हें विधानसभा चुनाव में टिकट देने का वादा किया है। महाराष्ट्र में 6 महीने बाद ही विधानसभा का चुनाव है।