नई दिल्ली : समाचार ऑनलाइन – एसबीआई बैंक से डेटा लीक का एक बड़ा मामला सामने आया है। जिसमें लाखों लोगों के अकाउंट डिटेल्स को कोई भी एक्सेस कर सकता है। अमेरिकी बेबसाइट टेकक्रंच (Techcrunch) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एसबीआई बैंक का सर्वर बिना पासवर्ड के था जिसके कारण लाखों कस्टमर्स की जानकारी ऐक्सेस की जा सकती है।
बता दें कि बैंक का सर्वर मुंबई बेस्ड डेटा सेंटर में है। जिसमें एसबीआई क्विक (SBI Quick) का दो महीने का डेटा रखा गया है। एसबीआई क्विक एक ऐसा सिस्टम है जिसके जरिए खाता धारकों को टेक्स्ट मैसेज और कॉल पर अकाउंट से जुड़ी बेसिक जानकारी दी जाती है, लेकिन इस सर्वर को बैंक ने किसी पासवर्ड से सिक्योर नहीं किया था जिसकी वजह से इसे कोई भी एक्सेस कर सकता था जिसे इस बात की जानकारी हो कि डेटा कहां से एक्सेस करना है। रिपोर्ट में इस बात के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है कि यह सर्वर कब से ओपन था। एक सिक्योरिटी रिसर्चर ने इसे खुला पाया और इसकी जानकारी टेकक्रंच को दी। हालांकि उन्होंने अपना नाम लेने से मना किया है।
एसबीआई क्विक के जरिए बैंक के कस्टमर्स मिस्ड कॉल और टेक्सट मैसेज के जरिए अपने खाते की जानकारी लेते हैं। यह उन ग्राहकों के लिए सबसे काम की सर्विस है जिनके पास स्मार्टफोन नहीं है और लिमिटेड डेटा सर्विस है। इसके जरिए वे मैसेज कर करेंट अकाउंट बैलेंस, अपने पांच ट्राजेक्शन, ATM कार्ड को ब्लॉक करने के साथ लोन्स के बारे में जानकारी पा सकते हैं। टेकक्रंच ने इस बात को कन्फर्म किया है कि बैक एंड टेक्स्ट मैसेज लीक हुए हैं जिसमें रोज लाखों मैसेज स्टोर होते हैं।
सर्वर में किसी पासवर्ड के सेट न होने के कारण कस्टमर्स के सारे टेक्सट मैसेज देखे जा सकते थे जो रियल टाइम है। इनमे ग्राहकों के फोन नंबर, बैंक बैलेंस और हाल ही में किए गए ट्रांजेक्शन की जानकारी थी। इसके अलावा इस डेटाबेस में कस्टमर्स के पार्शियल बैंक अकाउंट नंबर भी है। इसमें लोगों के चेक कैश व YONO ऐप डाउनलोड करने के मैसेज भी शामिल हैं।
रिपोर्ट के अनुसार डेटाबेस में यह भी जानकारी मिली है कि सिर्फ सोमवार को 30 लाख टेक्स्ट मैसेज भेजे गए। इस डेटाबेस में रोज के लाखों टेक्स्ट मैसेज का आर्काइव है जो दिसंबर तक का है और इसका एक्सेस किसी को भी मिल सकता था। बता दें कि इस मामले में अभी एसबीआई की ओर से कोई बयान नहीं जारी किया गया है हालांकि बैंक ने अपने डेटाबेस को सिक्योर कर लिया है।