आखिर विपक्षी दल के नेता योगेश बहल ने सौंपा इस्तीफा

नए विपक्षी नेता के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस में मची होड़

पिंपरी। पुणेसमाचार

पांच साल में पांच सदस्यों को मौका देने की तय नीति के अनुसार पिंपरी चिंचवड़ मनपा में विपक्षी दल के नेता योगेश बहल ने शनिवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। हांलाकि उनका कार्यकाल पूरा होकर अतिरिक्त एक माह 18 दिन बीत चुके हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस में इस पद की बाट जोह रहे नेताओं को बहल के इस्तीफे का बड़ी बेसब्री से इंतजार था, आज आखिर उन्होंने महापौर नितिन कालजे को अपना इस्तीफा सौंप दिया।

गत वर्ष हुए मनपा चुनाव में बीते 15 सालों से सत्ता में आसीन रही राष्ट्रवादी कांग्रेस पर विपक्ष में बैठने की नौबत आई है। मनपा में पार्टी के पहले विपक्षी नेता के तौर पर वरिष्ठ नगरसेवक और पूर्व महापौर योगेश बहल को चुना गया। इसी दौरान पार्टी के पांच वरिष्ठ नगरसेवकों को इस पद पर मौका देने की नीति तय की गई थी। इसके अनुसार 17 मार्च को बहल का एक साल का कार्यकाल पूरा हो गया। उससे पहले से ही राष्ट्रवादी में विपक्षी दल के नेता पद के लिए प्रतीक्षा कर रहे नेताओं की गतिविधियां तेज हो गई।

राष्ट्रवादी कांग्रेस में विपक्षी नेता पद के लिए वरिष्ठ नगरसेवक नाना काटे, दत्ता साने, अजित गवहाने, मंगला कदम जैसे कई दिग्गज कतार में हैं। हांलाकि सभी को इंतजार योगेश बहल के इस्तीफे का था। मगर साल बीतकर अलग से एक माह बीतने के बाद इस दिशा में कोई हलचल नजर नहीं आने से इच्छुकों की धड़कनें तेज हो चली। आखिरकार आज बहल ने महापौर नितिन कालजे को अपना इस्तीफा सौंप दिया। अब नए नियमानुसार जिसे विपक्षी दल का नेता तय किया जाना है, उसे राष्ट्रवादी का गटनेता तय करना होगा और विभागीय आयुक्त के पास इसका आधिकारिक पंजीयन करना होगा। अब भूतपूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार किसके गले ने विपक्षी नेता पद की माला पहनाएंगे? इसकी ओर उत्सुकतावश देखा जा रहा है।