IPL: जानें कहां से आती है चीयरलीडर्स और कितनी है उनकी सैलरी

मुंबई : समाचार ऑनलाइन – 23 मार्च से आईपीएल शुरू हो रहा है। हर साल आईपीएल सजता है। जहां खिलाड़ियों के साथ-साथ चीयरलीडर्स का ग्लैमर देखने को मिलता है। बता दें कि पिछले आईपीएल में 8 टीमों में से 6 टीमों की चीयरलीडर्स विदेशी मूल की थीं जबकि चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स के चीयरलीडर्स देसी मूल के रहे।

बता दें कि आईपीएल में ज्यादादातर चीयरलीडर्स यूरोप से आतीं हैं। कुछ चीयरलीडर्स जो पहले डांसर हुआ करती थीं उन्होंने बाद में चीयरलीडर्स का प्रोफेशन ज्वॉइन किया। चीयरलीडर्स का प्रोफेशन स्पोर्ट्स से कम नहीं है। खिलाड़ी की तरह इन्हें अपना शरीर लचीला बनाए रखने के लिए काफी ट्रेनिंग करनी पड़ती है। ये उतनी ही मेहनत और ट्रेनिंग करते हैं जितनी की मैदान पर खेल रहा खिलाड़ी करता है। चीयरलीडिंग का कल्चर अमरीका में सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है। यूरोप में भी होने वाले खेलों में इसका चलन है। चीयरलीडिंग की शुरुआत किसी महिला ने नहीं बल्कि पुरुष ने की थी। जिनका नाम जॉन कैंपबल था।

आईपीएल में विदेशी मूल की चीयरलीडर लगभग 1500-2000 पाउंड यानी लगभग एक लाख 80 हजार रुपए हर महीने का कमाती हैं। यूरोपियन चीयरलीडर्स और किसी और देश से आई चीयरलीडर्स के वेतन में अंतर होता है। इन चीयरलीडर्स का वेतन उनके देश की करेंसी के हिसाब से तय किया जाता है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, चीयरलीडर का कहना है कि कि भारत में उन्हें आकर बहुत अच्छा लगता है और यहां उन्हें किसी सेलिब्रिटी जैसा मेहसूस होता है। लोग उनका ऑटोग्राफ मांगने आते हैं।