सत्तादल भाजपा के विधायक का गढ़ ही ‘प्यासा’

पिंपरी।  समाचार ऑनलाइन 
मावल तालुका के साथ पुरे पिंपरी चिंचवड़ शहर की प्यास बुझानेवाला पवना बाँध भले ही लबालब हो, मगर केवल जलापूर्ति विभाग के अधिकारियों की लापरवाही और नियोजन शून्य कामकाज के चलते शहर के कई हिस्से ‘प्यासे’ रह जा रहे हैं। इसमें जिनके हाथों में शहर और पिंपरी चिंचवड़ मनपा की बागडोर है, उस सत्तादल भाजपा के शहराध्यक्ष व विधायक लक्ष्मण जगताप का अपना ‘गढ़’ पिंपले गुरव भी अछूता नहीं रहा है। यह बात किसी और ने नहीं बल्कि इस प्रभाग से सत्तादल का प्रतिनिधित्व करनेवाले नगरसेवक सागर अनघोलकर ने स्वीकारी है। अब अगर सत्तादल के नगरसेवक और विधायक के क्षेत्र ही ‘प्यासे’ रह जाते हों तो शहर के दूसरे इलाकों में पानी की किल्लत कितनी गंभीर होगी? इसका अनुमान लगाया जा सकता है।
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चंद दिन पूर्व विपक्ष के नेता दत्ता साने, वरिष्ठ नेता नाना काटे और राष्ट्रवादी कांग्रेस के नगरसेवकों ने मांग की थी। पिंपरी चिंचवड़ शहर को स्मार्ट भले बाद में बनायें मगर पहले शहरवासियों को पानी की आपूर्ति सुचारु कराएं। तब विपक्ष के आरोप, शिकायतों को सियासी बतानेवाले सत्तादल तक भी अब पानी के किल्लत की तपिश पहुँचने लगी है। इसका प्रमाण मंगलवार को मनपा की स्थायी समिति की साप्ताहिक बैठक में मिला। समिति के सदस्य व पिंपले गुरव प्रभाग का नेतृत्व करनेवाले नगरसेवक सागर अनघोलकर ने अपने क्षेत्र में पानी की किल्लत को लेकर प्रशासन को आड़े हाथ लिया। उनके प्रभाग में अपर्याप्त दाब से पानी की आपूर्ति हो रही है, कई बार तो नहाने भर के लिए पानी नहीं मिल पा रहा है।इस खिलाडी के बाहर बैठने से दादा हुए नाराज

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समिति की बैठक में उन्होंने यह शिकायत भी की कि बार बार शिकायत के बाद भी जलापूर्ति विभाग के अधिकारियों की उदासीनता दूर होने का नाम नहीं ले रही है। हर बार अलग अलग जवाब और एक दूसरे पर जिम्मेदारी थोंपने का काम किया जा रहा है। अधिकारियों की टालमटोल से नगरसेवकों को लोगों के आक्रोश का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने आज बैठक में यह मुद्दा उठाते हुए चेतावनी दी कि पानी की किल्लत जल्द दूर नहीं की गई तो अधिकारियों को बैठक में हिस्सा लेने नहीं देंगे साथ में खुद भी बैठकों का बहिष्कार करेंगे। संवाददाताओं के साथ की गई बातचीत में उन्होंने बताया कि मोरया पार्क, लक्ष्मीनगर, बाबू नगर, क्रांतीनगर, काशिद पार्क, गगनगिरी पार्क, जवळकरनगर, शिवनेरी कॉलनी, गुलमोहर कॉलनी, ओंकार कॉलनी, गोकुलनगरी, भालेकरनगर, सुदर्शन नगर के अलावा निगडी प्राधिकरण इलाकों में भी पानी की किल्लत है। अगर अभी यह माहौल है तो आनेवाले गर्मी के मौसम में क्या होगा? यह सवाल खड़ा हुआ है।