भारतीय संविधान द्वारा प्रदत्त आजादी हवाला देकर मांगा चोरी करने का लाइसेंस!

पुणे समाचार ऑनलाइन

सरकारी महकमों से विभिन्न प्रकार के लाइसेंस, परमिशन, सर्टिफिकेट हासिल करने के लिए लोग तरह-तरह के नायाब फंडे इस्तेमाल करते हैं। ऐसे कई किस्से आपने देखे- सुने होंगे, मगर क्या कभी किसी को चोरी करने की परमिशन या लाइसेंस मांगने की बात देखी या सुनी है? अगर आपका जवाब ना है तो यह खबर आपको चौंका देगी। क्योंकि इसमें एक व्यक्ति ने भारतीय संविधान द्वारा प्रदत्त अधिकार और आजादी का हवाला देकर सरकार से खुद के लिए चोरी करने की परमिशन या लाइसेंस की मांग की है। ताज्जुब हुआ ना? ये कोई मजाक नहीं हकीकत है। आइए आपको विस्तार से बताते हैं…[amazon_link asins=’0143439944′ template=’ProductCarousel’ store=’policenama100-21′ marketplace=’IN’ link_id=’203a9ea0-8205-11e8-bb6e-11a6659f0c72′]

क्या है यह मामला

यह चौंकाने वाला मामला नांदेड़ जिले के मुखेड तालुका का है। यहाँ प्रकाश बलिराम बनसोडे निवासी मुखेड, नांदेड़ नामक व्यक्ति ने मुखेड के तहसीलदार को अर्जी दी है। इसमें उसने सरकार से अपने लिए चोरी करने की परमिशन या लाइसेंस जारी करने की गुहार लगाई है। उसका दावा है कि उसे यह अधिकार हमारे भारतीय संविधान ने दिया है। यही नहीं बनसोडे के अर्जी में कहा है कि, वह आजाद भारत का भारतीय नागरिक है। भारतीय संविधान की धारा 19 वी के तहत वह भी व्यक्ति स्वातंत्र्य का हकदार है, और उसी हक से उसे चोरियां करने के लिए सरकार से परमिशन या लाइसेंस मिलना चाहिए। इतनी खबर पढ़ने के बाद आप अचरज में पड़ गए होंगे। मगर सोचिए जब यह अर्जी मुखेड के तहसीलदार को मिली होगी तब उनकी स्थिति क्या होगी?[amazon_link asins=’1356693040′ template=’ProductCarousel’ store=’policenama100-21′ marketplace=’IN’ link_id=’3a6f4cdd-8205-11e8-a71b-5175953f2e53′]

क्या है वजह

प्रकाश बनसोडे ने अपनी इस अर्जी में खुद ऐसा व्यक्ति बताया है जो गरीब है और जिसकी माली हालत खराब है। उसके बच्चे भी कमाने- धमानेवाले नहीं हैं और वह खुद कोई भारी काम नहीं कर सकता। अगर कोई सरकारी या अर्धसरकारी काम करने की सोचें तो उसके लिए काम के तीन- चार गुना ज्यादा पैसे सरकार की यंत्रणा को देने पड़ते हैं। इतने पैसे देने की उसकी हैसियत नहीं है। अब खुद और परिवार का पेट पालने के लिए वह चोरी- चकारी के अलावा कुछ नहीं कर सकता। इसलिए उसे इसके लिए सरकार से परमिशन या लाइसेंस दिया जाना चाहिए। हमारे देश का संविधान मुझे इसका हके देता है। यही नहीं बनसोडे ने इस परमिशन या लाइसेंस के लिए जरूरी कागजातों की सूची देने की बिनती भी की है। साथ ही इस अर्जी की प्रतियां राज्य के मुख्यमंत्री, नांदेड़ के जिलाधिकारी और मुखेड के विधायक को भी भेजी हैं।