पिंपरी चिंचवड़ में जनजीवन अस्त-व्यस्त

पिंपरी : समाचार ऑनलाईन – संततधार बारिश और मुलशी और पवना डैम से लगातार छोड़े जा रहे पानी से पिंपरी चिंचवड़ शहर का जनजीवन सोमवार को भी प्रभावित रहा। पुणे और पिंपरी चिंचवड़ शहरों को जोड़नेवाले चार ब्रिज पर नदी का पानी भरने से एहतियात के तौर पर इन ब्रिजों की यातायात बंद कर दी गई है। नतीजन पुणे- मुंबई हाइवे दापोड़ी हैरिस ब्रिज का एकमात्र विकल्प रह गया और कासारवाडी से खड़की तक वाहनों की लंबी कतारें लगी रही। पुणे के जिलाधिकारी नवलकिशोर राम ने मंगलवार को लगातार दूसरे दिन समस्त जिले के स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी घोषित की है। साथ में बेहद जरूरी हो तब ही घर से बाहर निकलने की अपील की है।

लगातार दूसरे दिन भी पुणे और पिंपरी चिंचवड़ में बाढ़ की स्थिति बनी रही। नवी सांगवी, पिंपरी भाटनगर, सुभाषनगर, मिलिंदनगर, संजय गांधीनगर, कालेवाडी, रहाटनी, पिंपले गुरव, पिंपले सौदागर, वाकड, कासारवाडी, फुगेवाडी, दापोड़ी परिसरों में कई बस्तियों व सोसायटियों में पानी भर गया। पिंपरी चिंचवड मनपा का दमकल, आपदा प्रबंधन विभाग और एनडीआरएफ के दस्ते बाढ़ पीड़ित इलाकों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने में जुटे रहे। सांगवी, पिंपले गुरव, पिंपले निलख, वाकड, हिंजवडी इलाकों के लोगों का पुणे से संपर्क टूट गया। औंध डी मार्ट औंध-रावेत बीआरटी मार्ग से जानेवाले पुराना औंध ब्रिज, औंध का राजीव गांधी ब्रिज, स्पायसर कॉलेज रोड पर इंडियन ऑइल पेट्रोल पंप के पास के ब्रिज और दापोड़ी से बोपोड़ी को जोड़नेवाले ब्रिज की यातायात बन्द कर दी गई।

पवना डैम से बीती रात 20 हजार 500 क्यूसेक गति से पानी नदी में छोड़ा जा रहा था। हालांकि आज यह रफ्तार 18 हजार 400 क्यूसेक कर दी गई। मगर लगातार जारी बारिश से नदी में पानी का बहाव तेज है। ऐसे में बाढ़ का खतरा कायम है। पुणे और पिंपरी चिंचवड़ शहरों को जोड़ने वाले पुलों पर बाढ़ का पानी आने से ट्रैफिक पुलिस ने एहतियात के तौर पर औंध- सांगवी महादजी शिंदे पुल, औंध- सांगवी राजीव गांधी पुल, दापोड़ी- बोपोड़ी भाऊ पाटिल रोड पुल के साथ ही पुणे में पुराना होलकर पुल, बाबा भिड़े पुल, तिलक पुल की यातायात बन्द कर दी गई है। चार पुलों की यातायात बन्द किये जाने से पिंपरी चिंचवड़ शहर के कई हिस्सों का पुणे शहर से संपर्क टूट गया। इसका विपरीत असर दापोड़ी हैरिस ब्रिज मार्ग से पुणे- मुंबई हाइवे और पुणे- बेंगलुरु हाइवे की यातायात पर नजर आया। देर रात तक यहां कइयों किलोमीटर तक वाहनों की लंबी कतारें लगी रही।