लोकसभा चुनाव : बिहार में पूर्वाह्न 11 बजे तक 21 प्रतिशत मतदान (लीड-1)

पटना (आईएएनएस) : समाचार ऑनलाईन – बिहार में पांचवें चरण के लोकसभा चुनाव में पांच सीटों के लिए सोमवार को सुबह सात बजे से शुरू मतदान शांतिपूर्ण ढंग से जारी है। चुनाव को लेकर सभी मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। मतदान के पहले चार घंटे यानी पूर्वाह्न 11 बजे तक करीब 21 प्रतिशत मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर चुके हैं।

पांचवें चरण में बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से पांच हाजीपुर, सारण, मुजफ्फरपुर, मधुबनी और सीतामढ़ी लोकसभा क्षेत्रों में मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। इन क्षेत्रों में 8,7़66 लाख से ज्यादा मतदाताओं के लिए 8,899 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।

राज्य निर्वाचन विभाग के मुताबिक राज्य की इन सीटों पर पूर्वाह्न 11 बजे तक 20़.95 प्रतिशत मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर चुके हैं। इनमें सबसे अधिक 23़.58 प्रतिशत मतदान मुजफ्फरपुर में हुआ है जबकि सबसे कम 18.25 प्रतिशत मतदान मधुबनी लोकसभा क्षेत्र में हुआ है। शुरू में कुछ मतदान केंद्रों पर ईवीएम खराब होने की सूचना मिली थी, जिन्हें तुरंत दुरुस्त करवाकर मतदान प्रारंभ करवा दिया गया।

इन क्षेत्रों से कुल 82 प्रत्याशी चुनावी मैदान में किस्मत आजमा रहे हैं। हाजीपुर में मुख्य मुकाबला लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के शिवचंद्र राम के बीच है, जबकि सारण में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी और राजद के चंद्रिका राय आमने-सामने हैं।

मुजफ्फरपुर में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के भाजपा प्रत्याशी अजय निषाद के सामने विपक्षी दलों के महागठबंधन से विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के राजभूषण चौधरी हैं। मधुबनी लोकसभा क्षेत्र में भाजपा के अशोक यादव और वीआईपी के बद्री पूर्वे के बीच की जंग में पूर्व सांसद शकील अहमद भी निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मुकाबले में उतरे हैं।

सीतामढ़ी में राजग की ओर से जद (यू) के सुनील कुमार पिंटू और राजद के अर्जुन राय के बीच कांटे का मुकाबला है। इस चरण के चुनाव को लेकर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। सभी मतदान केंद्रों पर अर्धसैनिक बलों और बिहार सैन्य बल की तैनाती की गई है।

बिहार में वर्ष 2014 के चुनावों से लेकर अब स्थिति बदल चुकी है। पिछले चुनाव में जद-यू अकेले भाजपा के खिलाफ मैदान में थी, लेकिन इस बार जद-यू और भाजपा साथ में चुनाव लड़ रहे हैं। इन्हें राजद, कांग्रेस और दूसरी पार्टियों से कड़ी चुनौती मिलने की उम्मीद है।

उल्लेखनीय है कि बिहार के 40 लोकसभा सीटों के लिए सभी सात चरणों में मतदान होना है। पहले चरण में 11 अप्रैल को चार लोकसभा क्षेत्रों में तथा दूसरे, तीसरे और चौथे चरण में पांच-पांच क्षेत्रों में मतदान संपन्न हो चुका है। मतगणना 23 मई को होगी।