सरकार के इस फैसले के बाद सीबीआई हेड क्वार्टर स्थित आलोक वर्मा और राकेश अस्थाना के ऑफिस को सील कर दिया गया है। वहां न तो सीबीआई कर्मियों और न ही बाहरी लोगों को जाने की इजाजत दी जा रही है, क्योंकि अधिकारियों की एक टीम इमारत में मौजूद है।
सीबीआई में कलह: छुट्टी पर भेजे गए आलोक वर्मा और राकेश आस्थाना
देश में जांच एजेंसी के इतिहास में यह पहला ऐसा मामला है. इस आदेश का मतलब यह है कि सरकार ने सीबीआई के पदानुक्रम में संयुक्त निदेशक से वरिष्ठ स्तर यानी अतिरिक्त निदेशक रैंक के तीन अधिकारियों को दरकिनार कर नागेश्वर राव को एजेंसी के निदेशक का प्रभार दिया. जिन तीन अतिरिक्त निदेशकों को दरकिनार किया गया है उनमें ए के शर्मा भी शामिल हैं. अस्थाना की ओर से की गई शिकायत में शर्मा का नाम सामने आया था.
वर्तमान समय में एम नागेश्वर राव सीबीआई में ही संयुक्त निदेशक के पद पर कार्यरत हैं. इसके अलावा, सीबीआई में कार्यरत अतिरिक्त निदेशक पॉलिसी अरुण शर्मा और डीआईजी मनीष कुमार सिन्हा के खिलाफ भी कार्रवाई कर छुट्टी पर भेज दिया गया है. इतना ही नहीं, सीबीआई हेडक्वाटर्स का दसवां और ग्यारवा मंजिला को सील कर दिया गया है. मुख्यालय के 11वें मंजिले में सीबीआई निदेशक का दफ्तर है।