माफिया डॉन रवि पुजारी को बेंगलुरू लाया गया

बेंगलुरू, 24 फरवरी (आईएएनएस)| : कई जघन्य मामलों में भारत के चार राज्यों में वांछित माफिया डॉन रवि सुलिया पुजारी को सेनेगल से प्रत्यर्पित कर सोमवार सुबह कर्नाटक के बेंगलुरू लाया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात और केरल में हत्या और अवैध वसूली समेत लगभग 200 मामलों में वांछित माफिया पुजारी (52) को बाद में अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे से कड़ी सुरक्षा में किसी अज्ञात स्थान पर ले जाया गया।

क्राइम ब्रांच के नगर उपायुक्त कुलदीप जैन ने यहां आईएएनएस से कहा, “अफ्रीका के सेनेगल से प्रत्यर्पित किए जाने के बाद पुजारी को कर्नाटक पुलिस की चार सदस्यीय टीम देर रात बेंगलुरू ले आई।”

पुलिस टीम में राज्य के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ए.के. पांडे और बेंगलुरू के संयुक्त पुलिस आयुक्त संदीप पाटिल, एक इंस्पेक्टर और एक कान्सटेबल हैं।

जैन ने कहा, “पुजारी की न्यायिक हिरासत लेने के लिए उसे शहर में एडीशनल सिटी मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट (एसीएमएम) कोर्ट में पेश किया जाएगा।”

भारतीय खुफिया सूत्रों के अनुसार, पुजारी को सेनेगल में तीन बसों में भरकर सशस्त्र पुलिस बल की सहायता से एक हेयर सैलून से गिरफ्तार किया गया, जहां वह बुर्किना फासो के पासपोर्ट पर एंथॉनी फर्नाडीज के नाम से रह रहा था।

इससे पहले वह बुर्किना फासो से फरार हो गया था और उसका कोई पता नहीं लग रहा था जिसके बाद उसे सेनेगल के डकार में देखा गया। इसके बाद भारतीय प्रशासन ‘ऑपरेशन रवि पुजारी’ में लग गई।

आधिकारिक सूत्रों ने कहा, “पुजारी पिछले साल सेनेगल में जमानत पर रिहा होने के बाद दक्षिण अफ्रीका भाग गया था, जहां वह ड्रग तस्करी और वसूली के धंधों में लिप्त था।”

पांडे ने पुजारी के खिलाफ इंटरपोल के चार रेड कॉर्नर नोटिस प्राप्त किए थे।

पुजारी के डकार में देखे जाने के बाद पांडे ने भारतीय राजदूत राजीव कुमार को सतर्क कर दिया, जिन्होंने सेनेगल के आंतरिक मंत्री एली एनगौइले एनबियाए और न्यायिक पुलिस निदेशक साएडेऊ बोकर यागुए से संपर्क किया, जिन्होंने डॉन को गिरफ्तार करने में तत्काल सहायता की।

अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन से अलग होने के बाद पुजारी (52) हत्या, वसूली समेत लगभग 200 जघन्य मामलों में वांछित था।

साल 2001 से वसूली के अपने धंधे को चलाने के लिए पुजारी ने अपने गिरोह में शार्पशूटरों को रखा, जिससे वह लोगों से रुपये वसूलने के लिए उन्हें धमकी दे सके या उनकी हत्या कर सके।

पुजारी एहतियातन वसूली की कॉल के लिए वीओआईपी/स्काइप का उपयोग करता, जिससे उसका पता ना लगाया जा सके। उसने बेंगलुरू और मंगलुरू में कई ऐसे लोगों की हत्या भी की।

पुलिस ने कहा कि पुजारी बॉलीवुड हस्तियों, उद्योगपतियों, डॉक्टरों, रियाल्टरों, ज्वैलर्स, चंदन की लकड़ी के व्यापारियों, खनिकों और राजनेताओं को भी निशाना बनाया।

पुजारी सबसे पहले 2000 के शुरुआती दशक में सुर्खियों में आया था, जब उसने बॉलीवुड की प्रसिद्ध हस्तियों और बिल्डरों से वसूली करना शुरू किया था। वह मुंबई के एक प्रतिष्ठित वकील की हत्या के प्रयास में भी संलिप्त था।

पुजारी की पत्नी पद्मा और तीन बच्चे भी भारत से भाग गए और उनमें से कुछ ने जाली दस्तावेजों से बुर्किना फासो का पासपोर्ट हासिल कर लिया। पुजारी के बेटे ने हाल ही में कथित रूप से ऑस्ट्रेलिया में शादी की है और उसके पास ऑस्ट्रेलिया का पासपोर्ट है।

इससे पहले पिछले साल एंथॉनी के नाम से रह रहे पुजारी ने धोखाधड़ी से सेनेगल कोर्ट से जमानत हासिल की थी। आईएएनएस के पास डॉन का नए पासपोर्ट की जानकारी है, जिसमें पुजारी की पहचान बुर्किना फासो निवासी एंथॉनी फनार्डीज की है। इसमें उसकी जन्मतिथि 25 जनवरी 1961 दिखाई गई है।

फिल्मों के शौकीन पुजारी ने ‘अमर अकबर एंथॉनी’ फिल्म में अमिताभ बच्चन के किरदार एंथॉनी गोंजाल्वेज से प्रेरित होकर अपना फर्जी नाम एंथॉनी रखा।

दस जुलाई 2013 को जारी हुआ यह पासपोर्ट आठ जुलाई 2023 तक वैध है। पासपोर्ट में उसका पेशा बतौर एजेंट कॉमर्शियल बताया गया है, जिसका मतलब है कि वह सेनेगल, बुर्किना फासो और अन्य पड़ोसी देशों में ‘नमस्ते इंडिया’ रेस्तरां श्रृंखला चलाने वाला व्यवसायी है।

सेनेगल में पुजारी के वकील ने कोर्ट में कहा कि वह ‘एक व्यवसायी एंथॉनी फनार्डीज है जैसा कि उसके पासपोर्ट में उल्लेखित है और कोई भगोड़ा नहीं है जैसा कि भारत सरकार ने दावा किया है।’

कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने पुजारी को गिरफ्तार करने का काम पुलिस महानिदेशक और आईजीपी (श्रीमती) नीलमणि राजू तथा पांडे को दी थी।

इस बीच सोमवार को मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा की अगुआई में कर्नाटक सरकार ने ‘ऑपरेशन रवि पुजारी’ को सफल बनाने में सहयोग के लिए सेनेगल सरकार, उसके मंत्रियों, अधिकारियों और पुलिसकर्मियों का आभार जताया।