महाराष्ट्र : सुबह-सुबह ‘उस’ शपथविधि पर फडणवीस का बड़ा बयान, कहा – ‘वह एक गलती थी, लेकिन पछतावा नहीं हो रहा’ 

 

मुंबई, 7 जून :राज्य में 2019 में हुए विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा और शिवसेना में मुख्यमंत्री पद को लेकर हुए विवाद के बाद देवेंद्र फडणवीस ने अजीत पवार के साथ हाथ मिलाकर सुबह-सुबह मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।  लेकिन समर्थन के लिए पर्याप्त संख्याबल नहीं होने की वजह से केवल 80 घंटे में यह सरकार गिर गई।  लेकिन डेढ़ वर्ष बीतने के बाद भी अभी तक फडणवीस और पवार की 80 घंटों की सरकार की चर्चा होती है।  इस शपथ ग्रहण समारोह पर डेढ़ वर्ष के बाद देवेंद्र फडणवीस ने बड़ा बयान दिया है।  उन्होंने कहा है कि उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के साथ ली गई शपथ एक गलती थी।  लेकिन इसका पछतावा नहीं है।

उन्होंने कहा कि राष्ट्रवादी के साथ सरकार नहीं बनानी चाहिए थी।  वह हमारी गलती थी।  लेकिन जिन्होंने हमारे पीठ में खंजर घोपा है उन्हें हमें जवाब देना था। उस वक़्त मन में काफी गुस्सा और इमोशन था।  इसलिए अजीत पवार के साथ जाने का निर्णय लिया। लेकिन वह गलत था।  हमारे कई समर्थकों को यह पसंद नहीं आया।  इस शपथविधि की वजह से हमारे समर्थकों में जो छबि थी वह ख़राब हुई है।  ऐसा नहीं किया होता तो ज्यादा अच्छा रहता। 80 घंटों की सरकार गिरने के बाद फडणवीस को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था।  जबकि अजीत पवार ने महाविकास आघाड़ी सरकार में उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली।