Maharashtra Lockdown : कोरोना की तीसरी लहर का डर, 1 जून से प्रतिबंध नहीं हटेगा ; राजेश टोपे ने दिए संकेत 

मुंबई, 26 मई : पिछले 15 अप्रैल से महाराष्ट्र में कोरोना के प्रादुर्भाव को रोकने के लिए सख्त प्रतिबंध लगाए गए है।  अप्रैल महीने में राज्य में हर दिन 50 हज़ार से अधिक कोरोना मरीज मिल रहे थे। इसलिए सतर्कता के तौर पर राज्य सरकार ने सख्त प्रतिबंध लगाया था।

पिछले महीने भर से राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या में कमी आ रही है।  फ़िलहाल राज्य में 24 घंटे में 22 हज़ार तक नए मरीज मिल रहे है।  रविवार को राज्य में 26 हज़ार 672 नए कोरोना मरीज मिले थे जबकि 594 मरीजों की मौत हुई थी।  राज्य में अब तक कुल 55 लाख 79 हज़ार 897 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके है।  इनमें से 51 लाख 40 हज़ार  मरीज उपचार के बाद ठीक हो चुके है।  फ़िलहाल 3 लाख 48 हज़ार 395 एक्टिव कोरोना मरीज हैं।

राज्य में 1 जून तक सख्त प्रतिबंध लगाए गए है।  पहले से कम हो रहे मरीजों की संख्या को देखते हुए राज्य सरकार दवारा प्रतिबंध हटाए जाने की उम्मीद आम लोगों को है।  ठाकरे सरकार इस पर गंभीरता से विचार कर रही है।

राज्य में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू करने से पहले सभी पहलु पर बारीकी से विचार किया जाएगा।  इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने संकेत दिए है।  उन्होंने कहा कि फ़िलहाल राज्य की स्थिति की समीक्षा करके तैयारी की जा रही है।  सब कुछ सकारात्मक रहता है तो जल्द मुख्यमंत्री , उपमुख्यमंत्री से बात कर निर्णय लिया जाएगा।

टास्क फ़ोर्स के सलाहकारों से चर्चा कर सख्त प्रतिबंध में कुछ हद तक शिथिलता लाने का निर्णय लिया जा सकता है।  लेकिन प्रतिबंध पूरी तरह से हटा लिया जाएगा इस भ्रम में नहीं रहे।

राज्य में लॉकडाउन चरने में हटाने की योजना बनाई जा रही है।  30 जून तक यह प्लानिंग पूरी होगी। लेकिन सभी कुछ सामान्य होने में कितना समय लगेगा इस संबंध में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है।  राज्य में कोरोना की तीसरी लहर का डर है।  ऐसे में प्रतिबंध नहीं हटाया जाएगा।  लेकिन इसमें कुछ हद तक छूट दी जाएगी। इस पर निर्णय लिया जाएगा।

चार चरण कैसा होगा ? पहले चरण में दुकान सुबह 7 बजे से दोपहर 2 बजे तक खुली रखने की परमिशन दी जा सकती है।  दूसरे चरण में कुछ आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खोलने की परमिशन दी जाएगी। लेकिन ये दुकानें एक दिन के अंतर पर खुलेगी।

तीसरे चरण में राज्य के होटल्स, परमिट रूम्स, बियर बार को कुछ नियम शर्तो के साथ खोलने की परमिशन दी जाएगी।  होटल्स पूरी क्षमता से नहीं खुलेंगे। 50% उपस्थिति और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य होगा।

चौथे चरण में मुंबई लोकल, धार्मिक स्थल पर निर्णय लिया जा सकता है।  इसके साथ ही जिलाबंदी भी हटाई जा सकती है।  अगस्त-सितंबर 2021 तक कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका विशेषज्ञों ने जताई है।  इसका राज्य पर क्या असर होगा यह देखना बाकी हैं।

सरकार मरीजों  की संख्या देखते हुए अनलॉक की प्रक्रिया शुरू करेगी।  अगर मरीजों की संख्या बढ़ती है और उम्मीद के मुताबिक वेक्सीनेशन नहीं होता है तो एक बार फिर से राज्य में लॉकडाउन लगाना होगा।

राज्य में लॉकडाउन का निर्णय लेते हुए सरकार ने 3 बातों को मापदंड बनाया हैं।  अगले ,मंत्रिमंडल की बैठक में इस पर चर्चा होगी।  इसमें कोविड पॉजिटिव मरीजों की संख्या सिंगल डिजिट तक नीचे आने, आईसीयू ऑक्सीजन की उपलब्धता 60% से अधिक हो।  इसके साथ ही कोविड मृत्यु दर का मापदंड देखकर निर्णय लिया जाएगा।