महाराष्ट्र : अब मुंबई में पेड़ों का होगा उपचार, BMC ने नियुक्त किया डॉक्टर; देश में पहली बार हुआ ऐसा 

 

मुंबई, 15 जून : मुंबई में समय से पूर्व मानसून ने दस्तक दे दी है।  इस वजह से लगभग हर दिन कही न कही पेड़ों के गिरने की घटनाएं घट रही है।  हर वर्ष तेज़ हवाओं की वजह से मुंबई का भारी नुकसान होता है।  हाल ही में ताऊ-ते और यास  तूफान ने मुंबई का मौसम बदल कर रख दिया था।  एक तरफ बारिश और तेज़ हवाएं चल रही थी जबकि दूसरी तरफ बड़ी संख्या में पेड़ों को नुकसान पहुंच रहा था।  इन सब पर विचार करते हुए बीएमसी ने महत्वपूर्ण कदम उठाया है।

बीएमसी ने मुंबई में पायलेट प्रोजेक्ट की शुरुआत की है।  इसके तहत पेड़ों की देखरेख और उसका मूल्यांकन करने के लिए आर्बोरिस्ट की नियुक्ति की है।  आर्बोरिस्ट  पेड़ों की सही तरह से स्टडी करेंगे और पेड़ों की मौजूदा स्थिति को समझेंगे।

आर्बोरिस्ट वैभव राजे ने कहा है कि यह भारत में काफी नया है, लेकिन शहरों के लिए काफी महत्वपूर्ण है. जहां ज्यादा जनसंख्या और पेड़ ज्यादा है वहां पर पेड़ों को काफी स्ट्रेस रहता है।  पेड़ों की देखरेख और उचित उपचार काफी आवश्यक होता है।
विभिन्न उपकरणों के जरिये पेड़ों की जांच की जाती है और उसका मूल्यांकन किया जाता है।  आर्बोरिस्ट के बिना उचित मूल्यांकन नहीं हो सकता है।  मूल्यांकन करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण रेस्टोग्राफ मशीन है।  मशीन में एक सुई डाला जाता है उसे पेड़ों की जड़ में अंदर तक घुसाया जाता है।