देशभर में महाशिवरात्री की धूम, ऐसे करें भोलेनाथ का जलाभिषेक मिलेगा दोगुना फल

पुणे : समाचार ऑनलाइन (असित मंडल ) – देशभर में आज महाशिवरात्री का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। सुबह से ही मंदिरों में भक्तों की लंबी लाइनें लगी हुईं है। महाशिवरात्रि के इस पावन अवसर पर शिवभक्त भगवान शंकर की पूजा करते है। साथ ही शिवलिंग का श्रृंगार कर जलाभिषेक करते है। पुणे सहित पुरे देश में मंदिरों में हर-हर महादेव के नारे गूंज रहे है। मंदिरों के बाहर लोगों की लंबी कतार लग गयी है। देश के सबसे बड़े तीर्थ स्थलों में काशी, हरिद्वार या उज्जैन सब जगह सुबह से ही लोग जलाभिषेक के लिए कतारों में लगें हैं।

इस दौरान उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे कुंभ मेले का यह आखिरी बड़ा स्नान भी है। प्रयाग राज स्थित संगम घाट में शाही स्नान के अवसर पर सुबह से ही लोगों की भीड़ उमड़ी है। पुणे के भीमाशंकर मंदिर में भक्त जलाभिषेक के लिए सुबह से कतारों में खड़े हैं। वहीं रायपुर के प्रसिद्ध शिव मंदिर में भी लोग जलाभिषेक के साथ दुग्धाभिषेक कर रहे हैं। नासिक के त्रयंम्बकेश्वर मेंदिर में भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।

व्रत का महत्व –
मान्यता है कि जो भी जातक महाशिवरात्रि का व्रत रखते हैं उन्हें नरक से मुक्ति मिलती है। इस व्रत के करने मात्र से ही सभी तरह के पापों से मुक्ति मिलती है और आत्मा की शुद्धि होती है। ऐसी भी मान्यता है कि इस दिन जहां- जहां भी शिवलिंग स्थापित है, उस स्थान पर भगवान शिव का स्वयं आगमन होता है। इसलिए शिव की पूजा के साथ शिवलिंग की भी विशेष आराधना करने की परंपरा है। शिव अपने भक्तों को सच्चे दिल से आशीर्वाद देते हैं। महाशिवरात्रि पर व्रत रखने से व्यवसाय में वृद्धि और नौकरी में तरक्की मिलती है। अगले दिन तिल, जौ और खीर आदि का दान देकर व्रत को समाप्त किया जाना चाहिए। जिससे महाशिवरात्रि के व्रत का पूर्ण फल प्राप्त हो सके।

भूलकर भी न करें ये काम –
– महाशिवरात्रि के दिन सुबह जल्दी उठना चाहिए। मान्यता है कि इस दिन देर तक सोने वाले लोगों से शिव जी नाराज हो जाते हैं। साथ ही बिना नहाएं इस दिन कुछ भी ना खाएं।
– शिवरात्रि के दिन काले रंग के कपड़ों को पहनना अशुभ माना जाता है। इसलिए इस दिन काले रंग के कपड़े पहनने से बचें।
– भगवान शिव को भूलकर भी चंपा और केतकी के फूल नहीं चढ़ाना चाहिए। क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि भगवान शिव ने इन फूलों को शापित किया था।
– भगवान शिव की पूजा में भूलकर भी टूटे हुए चावल नहीं चढ़ाए जाने चाहिए।

– शिवलिंग पर अभिषेक हमेशा ऐसे पात्र से करना चाहिए जो सोना, चांदी या कांसे का बना हो। अभिषेक के लिए कभी भी स्टील, प्लास्टिक के बर्तनों का प्रयोग ना करें।
– मान्यता है कि महाशिवरात्रि पर शिवलिंग पर चढ़ाए जाने वाले प्रसाद को ग्रहण करने से जीवन में दुर्भाग्य आता है। इसलिए शिवलिंग पर चढ़े प्रसाद को ग्रहण ना करें।
– शिवरात्रि के दिन भूलकर भी चावल, गेंहू आदि चीजों का सेवन ना करें। बल्कि इस दिन सभी लोगों को फल, दूध, चाय, कॉफी का ही सेवन करना चाहिए।
– शिवलिंग पर कभी भी तुलसी की पत्ती नहीं चढ़ाना चाहिए।

राशियों के हिसाब से ऐसे करें पूजा –
मेष राशि : –
इस राशि के लोग शिव की पूजा के बाद ओम नम: शिवाय मंत्र का 108 बार जप करें। साथ ही शहद, गुड़, गन्ने का रस, लाल पुष्प चढ़ाएं।
वृष राशि : – कच्चे दूध में मिश्री मिलाकर भोले बाबा का पूजन करने से संतान का विकास होगा एवं मां लक्ष्मी की कृपा रहेगी।
मिथुन राशि : – महाशिवरात्रि के दिन भोले बाबा का घी, शक्कर मिश्रित दूध से अभिषेक करने से लाभ मिलेगा और धन-धान्य में वृद्धि होगी। साथ ही हरे फलों का रस, मूंग, बेलपत्र आदि चढ़ाएं।
कर्क राशि : – शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए ओम हौं जूं स: मंत्र का जप करें और शिवलिंग पर कच्चा दूध, मक्खन, मूंग, बेलपत्र आदि चढ़ाएं।
सिंह राशि : – गुलाब जल मिश्रित दूध से शिवजी का अभिषेक करने पर सामाजिक कार्यों में प्रतिष्ठा प्राप्त होगी एंव धन में वृद्धि होगी। इसके साथ ही ज्योतिर्लिंग पर शहद, गुड़, शुद्ध घी, लाल पुष्प आदि चढ़ाएं।
कन्या राशि: – ओम नमो भगवते रुद्राय मंत्र का जप करें। साथ ही शिवलिंग में हरे फलों का रस, बिल्वपत्र, मूंग, हरे व नीले पुष्प चढ़ाएं।
तुला राशि : – इस राशि वाले पंचामृत से शिव का अभिषेक करेंगे तो आर्थिक स्थिति में मजबूती आएगी एवं संतान सुशिक्षित व आज्ञाकारी होगी। साथ ही दूध, दही, घी, मक्खन, मिश्री चढ़ाएं।
वृश्चिक राशि : – इस राशि के लोग दूध में बेल पत्र मिलाकर शिव का अभिषेक करने से दुख व कष्ट दूर होकर घर में सुखद वातावरण बना रहेगा। साथ ही शहद, शुद्ध घी, गुड़, बेलपत्र, लाल पुष्प शिवलिंग पर अर्पित करें।
धनु राशि : – इस राशि वाले मंत्र जाप के अलावा शिवलिंग पर शुद्ध घी, शहद, मिश्री, बादाम, पीले पुष्प, पीले फल चढ़ाएं।
मकर राशि : – इस राशि वाले ओम नम: शिवाय का जाप करने के अलावा भगवान शिव का सरसों का तेल, तिल का तेल, कच्चा दूध, जामुन, नीले पुष्प से अभिषेक करें।
कुंभ राशि : – राशि के स्वामी भी शनि देव हैं इसलिए इस राशि के व्यक्ति भी मकर राशि की ओम नम: शिवाय का जप करें। कच्चा दूध, सरसों का तेल, तिल का तेल, नीले पुष्प चढ़ाएं।
मीन राशि : – इस राशि वाले गन्ने का रस, शहद, बादाम, बेलपत्र, पीले पुष्प, पीले फल चढ़ाने से मनोमाकना पूरी होगी। वाहन सुख के लिए शिव पर चमेली का फूल चढ़ाएं।