केवल 12 केंद्रों पर शुरू रहा टीकाकरण
पिंपरी। अगले माह की पहली तारीख यानी एक मई से 18 आयु से अधिक आयुवालों को कोरोना प्रतिबंध टीके लगाने की घोषणा केंद्र सरकार ने की है। बुधवार को महाराष्ट्र सरकार ने सभी को मुफ्त टीके देने का ऐलान किया है। वहीं पिंपरी चिंचवड़ शहर में हर माह 10 लाख लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। हालांकि शहर में टीकों का स्टॉक खत्म होने से आज कई टीकाकरण केंद्रों को बन्द रखने की नौबत आई। आज दिनभर केवल 12 टीकाकरण केंद्रों पर टीके लगाए जाते रहे। ऐसे हालात में अगले माह 10 लाख लोगों के टीकाकरण का उद्देश्य कैसे सफल हो सकेगा? यह सवाल पिंपरी चिंचवड़ मनपा में शिवसेना के गुटनेता राहुल कलाटे ने उठाया है।
इस बारे में उन्होंने मनपा आयुक्त राजेश पाटील को सौंपे एक ज्ञापन में कहा कि, शहर में 100 (60 मनपा और 29 निजी) टीकाकरण केंद्रों के नागरिकों को टीकाकरण करने का काम चल रहा है। हालाँकि, आज केवल 19 केंद्र चालू हैं और अन्य केंद्र टीकों की कमी के कारण बंद हैं। टीके अनुपलब्ध बताए गए हैं। केंद्र सरकार ने 18 वर्ष से अधिक उम्र के नागरिकों का टीकाकरण करने की घोषणा की है। हम 1 तारीख से 18 वर्ष की आयु से ऊपर के सभी लोगों का टीकाकरण करेंगे। हालाँकि, आज हमारे पास टीकों का स्टॉक कम है। तो हम आगे की योजना कैसे बना रहे हैं? महापौर ने अगले महीने 10 लाख नागरिकों का टीकाकरण करने की घोषणा की है। भाजपा और महापौर द्वारा घोषित लक्ष्यों को हम कैसे साध्य करेंगे जब वास्तविक केंद्र सरकार से टीकों की आपूर्ति कम है? कई टीकाकरण केंद्र को आज दोपहर को बंद करना पड़ा।
कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए सख्त प्रतिबंधों के साथ टीकाकरण एक महत्वपूर्ण विकल्प है। ऐसी योजना के साथ टीकाकरण कार्य योजना की घोषणा की जानी चाहिए कि सभी टीकाकरण केंद्रों पर बड़ी संख्या में टीके उपलब्ध होंगे। ताकि टीकाकरण के साथ-साथ टीकाकरण केंद्र के बारे में नागरिकों में जागरूकता आए। मनपा दस दिनों के लिए 1.5 लाख खुराक की मांग करता है। हालांकि, मनपा को लगातार दो दिनों तक वैक्सीन नहीं मिली। कल तक, शहर में 3 लाख 79 हजार 280 लोगों को कोरोना के खिलाफ टीका लगाया गया था। 45 से 60 वर्ष के बीच के 3 लाख 62 नागरिकों को टीका लगाया गया है। मंगलवार को 8,697 नगरपालिका केंद्रों और 27 निजी केंद्रों पर 2,173 लोगों ने कुल 10,870 लोगों को टीका लगाया था।
टीकों की अनुपलब्धता के कारण, सीमित क्षमता वाले केवल 12 टीकाकरण केंद्र आज ही संचालित हो रहे हैं। कोरोना वैक्सीन प्राप्त करने के लिए नागरिकों ने इन 12 केंद्रों की ओर रुख किया था। दोपहर में वैक्सीन का स्टॉक खत्म होते ही यहां भी वैक्सीनेशन भी ठंडा हो गया। परिणामस्वरूप, वैक्सीन के स्टॉक में कमी के कारण शहर में टीकाकरण ठप हो गया है। मनपा कोरोना रोकथाम टीकाकरण प्रमुख डॉ। वर्षा डांगे ने कहा, “ शहर में टीकों की कमी है। टीके न मिलने के कारण कई केंद्र बंद हैं। सरकार की ओर से कोई टीका नहीं मिला था। जितने भी खुराक उपलब्ध हैं। तदनुसार टीका लगाया गया। आज 12 टीकाकरण केंद्र चल रहे थे। वह भी पूरी क्षमता से नहीं चल रही थी। वैक्सीन की खुराक केवल अस्थायी थी। सरकार के उप निदेशक के पास मांग दर्ज की गई है। मगर, लगातार दो दिनों तक वहां से कोई खुराक नहीं मिली। मनपा दस दिनों के लिए 1.5 लाख खुराक की मांग करता है। मगर, मांग के अनुसार वैक्सीन नहीं मिली।