मराठा आरक्षण: सामूहिक इस्तीफे के लिए कांग्रेस विधायकों को हाइकमान के आदेश का इंतजार

मुंबई। समाचार ऑनलाइन
 

जहां एक तरफ आरक्षण की मांग को लेकर मराठा समुदाय का आंदोलन उग्र बनता जा रहा है। वहीं इस मुद्दे पर सियासी सरगर्मियां भी जोरों पर है। शिवसेना विधायकों की बैठक के बाद कांग्रेस ने भी राज्यपाल से इस मुद्दे में दखल देने की मांग की है। कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चौव्हान के नेतृत्व में पार्टी का एक प्रतिनिधि मंडल राज्यपाल विद्यासागर राव से मुलाकात कर एक पत्र सौंपा और राज्य सरकार पर मराठा समुदाय को आरक्षण देने के मामले में उदासीन रवैया अपनाने का आरोप लगाया। इसी बीच खबर आई है कि, पार्टी के विधायक इस मुद्दे पर सामूहिक इस्तीफा देने की तैयारियों में हैं, हांलाकि उन्हें पार्टी हाइकमान के आदेश का इंतजार है।

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कांग्रेस नेताओं प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल सी विद्यासागर राव से मिलकर मराठा आरक्षण के मसले पर हस्तक्षेप करने की मांग की। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार मराठा और अन्य समुदाय को आरक्षण देने के मामले में टाल-मटोल कर रही है।अगर संवेदनशील मुद्दे पर जल्द फैसला नहीं लिया गया तो राज्य में हालात और खराब होंगे। इसके लिए राज्य सरकार को दोषी ठहराया जाएगा। मराठा आरक्षण आंदोलन मामले में कांग्रेस विधायकों ने इस्तीफे का प्रस्ताव पास किया है। इस मामले में महाराष्ट्र के सभी कांग्रेस विधायकों ने एक बैठक कर सामूहिक इस्तीफा देने का फैसला किया है। इस बारे में दिल्ली हाईकमान को इस्तीफे के अनुमोदन का अनुरोध भेजा है। सूत्रों के मुताबिक विधायकों को पार्टी के आदेश का इंतजार है।
मराठा समुदाय शिक्षा और नौकरी में आरक्षण की मांग को लेकर पिछले कुछ सालों से महाराष्ट्र में आंदोलन शुरू है। मुंबई, पुणे, औरंगाबाद, नासिक समेत कई जिलों में प्रदर्शनकारियों ने हिंसक आंदोलन किया । इसमें सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सोमवार को भी पुणे के चाकण, खेड़, आलंदी, हिंजवड़ी समेत कई उपनगरों और ग्रामीण इलाकों में उग्र आंदोलन का असर देखा गया। चाकण में तो आंदोलनकारियों ने हाइवे जाम कर पुलिस पर भी हमला किया। कई बसों और वाहनों को आग के हवाले किया गया। पुलिस के साथ हुई झड़प में आठ पुलिसवालों के घायल होने की खबर है।हालात बेकाबू होने के बाद पुलिस को आंदोलनकारियों पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़ने पड़े हैंं।