संत ज्ञानेश्वर महाराज पालकी के अश्व का देहांत

पुणे। पुणे समाचार ऑनलाइन

श्री संत ज्ञानेश्वर महाराज पालकी सम्मेलन में श्रीमंत शितोले सरकार के माऊली के अश्व हीरा का रविवार की सुबह 7 बजे देहांत हो गया। बीते आठ सालों से हीरा माऊली की पालकी यात्रा में सेवारत था। आज यात्रा में ही उसने अंतिम सांस ली।

आलंदी से प्रस्थान के दौरान संत ज्ञानेश्वर महाराज पालकी के साथ अश्व भी निकले थे। 30 किलोमीटर का सफर तय करने के बाद बीती रात पुणे पहुंचे। आज सुबह पालकी यात्रा आगे बढ़ने की तैयारियों के बीच हार्ट अटैक के चलते हीरा की मौत हो गई।

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हीरा के इस तरह से चले जाने की खबर फैलते ही समस्त वारकरियों में शोक व्याप्त हो गया। पालकी प्रस्थान के दिन वह श्रीमंत शितोले सरकार के बेलगांव जिला स्थित अंकली गांव से माऊली की सेवा में दाखिल हुआ था। पालकी सूत्रों के अनुसार पालकी यात्रा में नए अश्व का शीघ्र ही आगमन होगा। मौत के वक्त उसकी आयु 12 से 13 वर्ष की थी।