लखनऊ, 26 फरवरी (आईएएनएस)| नागरिकता (संशोधन) कानून को लेकर दिल्ली में पिछले तीन दिनों से हो रही हिंसा पर राजनीतिक दलों ने अपनी प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी है। इस बीच बहुजन समाज पार्टी(बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने उपद्रव व आगजनी की घटनाओं में भारी जान-माल की क्षति पर दुख जताते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग की है। बसपा प्रमुख मायावती ने बुधवार को ट्वीट कर लिखा, “दिल्ली के कुछ क्षेत्रों में पिछले कुछ दिनों की हिंसा, उपद्रव व आगजनी की घटनाओं में भारी जान-माल की क्षति अति दु:खद व अति निंदनीय है। केन्द्र व दिल्ली सरकार इसे पूरी गंभीरता से लेकर इसकी उच्च स्तरीय जांच कराए और सभी लापरवाही व दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें, यह बीएसपी की मांग है।”
दिल्ली के कुछ क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों की हिंसा, उपद्रव व आगजनी की घटनाओं में भारी जान-माल की क्षति अति-दुःखद व अति-निन्दनीय। केन्द्र व दिल्ली सरकार इसे पूरी गंभीरता से लेकर इसकी उच्च स्तरीय जाँच कराए व सभी लापरवाही व दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे, यह बीएसपी की माँग है।
— Mayawati (@Mayawati) February 26, 2020
ज्ञात हो कि, बसपा प्रमुख मायावती शुरू से ही नागरिकता (संशोधन) कानून (सीएए) का विरोध कर रही हैं। उनका कहना था कि नागरिकता देने में मुस्लिमों से भेदभाव करना गलत है। ऐसा नहीं कि पड़ोसी देशों, खासकर पाकिस्तान में रहने वाले सभी मुसलमान सरकार से उत्पीड़ित नहीं हैं। ज्यादती किसी के साथ भी संभव है, इसलिए सरकार मौजूदा कानून को वापस लें। उन्होंने कहा था कि आम सहमति से नया कानून बनें और पीड़ित मुस्लिमों को भी नागरिकता दी जाए।