महापौर ने बकायादार गालाधारकों के  खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया

अहमदनगर : समाचार ऑनलाइन – मनपा के मार्किट विभाग के गालाधारकों पर किराये का करीब 12 करोड़ 94 लाख रुपए बकाया है। इसकी वसूली के लिए संबंधित गालाधारकों को तुरंत नोटिस भेजने, नोटिस के बाद बकाया नहीं चुकाने पर प्रशासन दवारा उनके खिलाफ नियमों के तहत कार्रवाई करने का आदेश महापौर बाबासाहेब वाकले ने मार्किट विभाग को दिया है।

वाकले ने बुधवार की दोपहर मनपा के मार्किट व स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक की। बैठक में उपमहापौर मालनताई ढ़ोंगे, उपायुक्त प्रदीप पठारे, सुनील पवार, नगरसेविका सोनाली चितले, गणेश नन्नवरे के अलावा मार्केट विभाग के प्रमुख कैलाश भोसले, चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनिल बोरगे व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

इस बैठक में मार्केट विभाग के बकायदारों पर ध्यान केंद्रित किया गया। मनपा की शहर में 742 गाले हैं । 8 स्कूलों के 83 कमरों को किराये पर दिया गया है। 72 ओपन प्लेस है। गंज बाजार में 82 ओटे है जबकि सावित्रीबाई फुले मार्केट में 86 ओटे हैं। इन सभी गालों से वर्ष में केवल 58 लाख रुपए की वसूली हुई है। जबकि 12 करोड़ 94 लाख रुपए बकाया है। पिछले वर्ष गालाधारकों ने रेडीरेकनर के अनुसार बढ़ा हुए दर से किराया दिया था। लेकिन इसका विरोध होने पर महासभा में फिर से सर्वे करने और तक तक पुराने दर से किराया वसूलने का प्रस्ताव पास किया गया है। इसके बावजूद कुछ गालाधारक दवारा अपना बकाया जमा नहीं किया है। यह जानकारी मार्केट विभाग के ध्यान में आने के बाद वाकले ने बकाया वसूली के लिए संबंधित गालाधारकों को तुरंत नोटिस भेजते हुए नोटिस के बाद भी बकाया जमा नहीं करने पर प्रशासन को उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई करने का आदेश दिया है।

मनपा के जन्म-मृत्यु का रजिस्ट्रेशन और विवाह का रजिस्ट्रेशन विभाग में चल रहे गड़बड़ कामकाज के कारण शहर के नागरिकों काफी परेशान है। प्रमाणपत्र प्राप्त करने के लिए नागरिकों को बार-बार कार्यालयों के चक्कर लगाने पड़ते हैं। इसकी शिकायत बढ़ने के बाद वाकले इस पर ध्यान देते हुए स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक की है। इस विभाग के प्रमुख स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अनिल बोरगे से जवाब मांगा गया है। इस मौके पर डॉ. बोरगे ने कहा कि इस विभाग की सिस्टम काफी पुराना है। इस वजह से बार-बार विभाग का कामकाज ठप हो रहा है। सॉफ्टवेयर वाले सर्वर के डाउन होने का मामला काफी ज्यादा है। साथ ही इस विभाग में कर्मचारियों की संख्या भी काफी कम है। इसलिए जन्म, मृत्यु का रजिस्ट्रेशन में अपडेटेड कंप्यूटर सिस्टम और कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने की मांग की है। इस पर तुरंत कार्यवाही करने का निर्देश वाकले ने उपयुक्त सुनील पवार, प्रदीप पठारे और कंप्यूटर विभाग के प्रमुख ए.डी. साली को दिया है।