पत्रकार संजय भोकरे के साथ 8 लोगों पर मकोका

पुणे : पाषाण की एक  68 वर्षीय बुजुर्ग की सहकार नगर में 4 एकड़ 9 आर की संपत्ति को परस्पर बिक्री कर ऋषिकेश बारटक्के से 70 लाख रुपये लेकर उसके साथ धोखाधड़ी और विश्वासघात करने के मामले में पुणे पुलिस ने मकोका की कारवाई की है। इस मामले में पुणे पुलिस ने कई दिग्गज नेताओ के करीबी करीबी पत्रकार संजय भोकरे के साथ 8 लोगो पर मकोका की कारवाई की है। चतु:शृंगी पुलिस थाने में 9 फरवरी को मामला दर्ज होने के बाद से संजय भोकरे फरार है।

रवींद्र लक्ष्मण बर्हाटे, शैलेश जगताप (नि. सोमवर पेठ,  पुलिस लाइन), परवेज जमादार (नि. सोमवर पेठ, पुलिस लाइन),  देवेंद्र जैन (नि. सिंहगढ़ रोड), प्रकाश फाले (नि. कोथरूड), प्रशांत जोशी (नि. कोथरुड), विशाल तोत्रे (पुलिस कॉलोनी, शिवाजीनगर), पत्रकार संजय भोकरे (नि. सिद्धिविनायक रेजिडेंसी, कोथरुड) और अन्य आरोपियों मकोका के तहत कार्रवाई करने का आदेश अतिरिक्त पुलिस आयुक्त नामदेव चव्हाण द्वारा दिया गया है।

शिकायतकर्ता ने कहा था कि शैलेश जगताप व अन्य ऋषिकेश बारटक्के से बात कर पूरा डील करे। उसके अनुसार शिकायतकर्ता और बारटक्के के बीच 5करोड़ की डील हुई। वही राजस्व विभाग के सभी काम जैसे रजिस्ट्रेशन, मापी आदि काम के लिए 5 करोड शैलेश जागताप व प्रशांत जोशी के अनुसार उसके दोस्तसंजय भोकरे कओ देना पड़ेगा। इसके अनुसार दो अलग अलग करारनामा किया गया। उसके बाद बारट्क्के ने शिकायतकर्ता के बैंक खाते में 5 लाख रुपए व लड़की के खाते में 5 लाख जमा किया।

उसके बाद शिकायतकर्ता के नाम पर ऋषिकेश बारटक्के को धमकाकर शैलेश जगताप, परवेज जमादार व प्रशंत जोशी ने अगस्त 2017 में 20 लाख रुपए लिए। पैसे नहीं दिए तो डील पूरी नहीं होने देंगे, ऐसी धमकी देने लगे। जब इस मामले मे कोई हलचल नहीं हुई तो बारटक्के ने राजस्व दफ्तर में जाकर पूछताछ की। जब उसए समझ आया तो झूठे केस में फसाने की धमकी देकर 40 लाख रुपए आरटीजीएस और 10 लाख नगद लेकर भोकरे के नाम पर भोकरे के कर्वे रोड कार्यालय में बुला लिया। बारटक्के को कहा कि जयेश जगताप ने नीलमणी देसाई बारटक्के के खिलाफ एफआईआर भी तैयार कर रखी है। शैलेश जगताप का पुलिस विभाग से अच्छा संबंध है इसलिए जिंदगी भर में जेल में सड़ाएंगे। बारटक्के को कोई रास्ता नज़र नहीं आया तो उसे पैसे देने पड़े। शिकायत में नीलमणी देसाई ने ऐसा उल्लेख किया है।

पुलिस ने इस गैंगके सभी आरोपियो पर मकोका के अंतर्गत कारवाई की है। इस मामले की जांच सहायक पुलिस आयुक्त रमेश गलांडे कर रहे हैं।

थाने में दर्ज शिकायत से

शैलेश जगताप, परवेज जमादार, प्रशांत जोशी, प्रकाश फाले के साथ ऋषिकेश बारट्क्के वादी के घर आया। उस समय ऋषिकेश बारटक्के और वादी के बीच इस जमीन की लेनदेन 5 करोड़ रुपये में पक्का किया था। शिकायतकर्ता के सामने तय हुआ कि  शैलेश जगताप और प्रशांत जोशी को अपने मित्र पत्रकार संजय भोकरे को राजस्व कार्यालय (जैसे पंजीकरण, गणना, विरासत पंजीकरण और अन्य कार्यों) के सभी कार्यों के लिए 5 करोड़ रुपये का भुगतान करना पड़ता है। मापी की आड़ में संजय भोकरे, शैलेश जगताप, प्रशांत जोशी, जयेश जगताप और परवेज जमादार ने पत्रकार भोकर के नाम पर कर्व रोड में भोकारे के कार्यालय में बारटक्के को बुलाकर जान से मारने की धमकी दी और फर्जी मामले में फसाने की धमकी देकर 40 लाख आरटीजीएस और 10 लाख कैश लेकर बुलाया। भोकरे राजस्व का सारा काम करने वाले थे। उन्होंने भोकरे के कार्यालय में नकदी भी लिया।