मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तानी सांसदों ने मंगलवार को भारत की कार्रवाई के बाद कहा था कि यह उनके लिए ‘शर्मनाक’ स्थिति है। उन्होंने इमरान सरकार से इस पर जवाब भी मांगा था। भारत की कार्रवाई के बाद पाकिस्तान में राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की एक बैठक भी हुई थी, जिसमें सरकार और सेना के अधिकारियों ने हिस्सा लिया था। इसमें सभी के चेहरे उतरे नजर आए थे। खुद इमरान के चेहरे पर गहरी निराशा साफ नजर आ रही थी।
बताया जा रहा है कि इसी बैठक में नेशनल कमांड ऑथरिटी (एनसीए) की बैठक बुलाने का निर्णय लिया गया। जो देश के परमाणु शस्त्रागार के नियंत्रण के संबंध में निर्णय लेने वाली शीर्ष संस्था है। यह इससे संबंधित नीतियों, रिसर्च, ऑपरेशनल कमांड आदि का निर्धारण करती है। भारत की कार्रवाई के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा था कि इस्लामाबाद को ‘आत्मरक्षा’ का अधिकार है और वह जवाबी कार्रवाई जरूर करेगा।
इन सबके बीच पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ की बात उल्लेखनीय है, जिसमें उन्होंने कहा कि इस्लामाबाद अगर पड़ोसी मुल्क पर एक भी परमाणु हमला करता है तो भारत 20 (परमाणु) बमों से उसे तबाह कर देगा।