ब्रह्मा मंदिर –
पुराणों के अनुसार एक बार भगवान ब्रह्मा को पुष्कर नदी के तट पर अपनी पत्नी मां सरस्वती के साथ यज्ञ करना था लेकिन किसी कारणवश मां सरस्वती को वहां पहुंचने में देरी हो गई इस कारण ब्रह्मा जी ने मां गायत्री के साथ शादी कर यज्ञ पूरा किया। इस बात से गुस्सा होकर मां सरस्वती ने भगवान ब्रह्मा को श्राप दे दिया किस मंदिर में कोई भी शादीशुदा पुरुष को मंदिर के अंदर आने का इजाजत नहीं है ।
त्रंबकेश्वर मंदिर –
इस मंदिर के गर्भगृह में पहले महिलाओं को जाने की इजाजत नहीं थी क्योंकि इस मंदिर का गर्भगृह भगवान शिव को समर्पित है लेकिन साल 2016 में मुंबई हाई कोर्ट ने आर्डर पास किया गया कि अगर महिलाओं को गर्भ ग्रह में जाने की अनुमति नहीं है तो पुरुष के भी जाने पर रोक लगाने जानी चाहिए।
मां भगवती मंदिर –
मां भगवती मंदिर कन्याकुमारी में मौजूद है मां भगवती दुर्गा के रूप में समर्पित है मां भगवती की देवी माना जाता है इसी वजह से मां भगवती के मंदिर में सन्यासी पुरुष के बल दरवाजे तक आने की अनुमति है जबकि पुरुष को प्रवेश करना है सख्त माना है ।
अट्टुकाल भगवती मंदिर –
अट्टुकाल भगवती मंदिर केरल में मौजूद अट्टुकाल भगवती मंदिर महिलाओं को समर्पित है इस मंदिर में पुरुष का प्रवेश वर्जित है।