नाबालिग लड़की को जबरन शादी के चुंगुल से बचाया

पिंपरी। संवाददाता – वीमेन हेल्पलाइन नामक महिला संगठन ने एक 14 वर्षीय लड़की, जिसे जबर्दस्ती शादी के लिए मजबूर किया गया था, को सांगली पुलिस की मदद से उसके पति के चुंगुल से छुड़ाया। यही नहीं संगठन ने उस लड़की की पढ़ाई का जिम्मा उठाने की घोषणा भी की है। संगठन की अध्यक्षा नीता परदेशी ने बताया कि, लड़की को उसकी इच्छा के मुताबिक उसकी बुआ के घर छोड़ा गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, 8वीं कक्षा में पढ़नेवाली पीड़िता के पिता को शराब की लत है, जिसके चलते उसकी माँ पहले ही घर छोड़कर जा चुकी है। उसके पिता ने एक 30 वर्षीय विवाहित व्यक्ति से शादी करने के लिए मजबूर किया। लड़की के विरोध के बावजूद सोमवार की सुबह फुर्सुंगी में चंद लोगों की मौजूदगी में उसकी शादी करा दी गई। पीड़िता ने अपनी एक सहेली को इसके बारे में बताया और उसे रिहा करने का अनुरोध किया।
पीड़िता की सहेली ने लड़की की बुआ को इसकी सूचना दी। इस बीच इस वाकये की जानकारी राजपूत संगठन के प्रमुख श्रीराम परदेशी और शिव कुमार बाइस को मिली। स्थिति की गंभीरता को समझते हुए, श्रीराम परदेशी ने वीमेन हेल्पलाइन संगठन की अध्यक्ष नीता परदेशी से मदद का आग्रह किया। उन्होंने पिंपरी चिंचवड़ के वरिष्ठ पत्रकार जयंत जाधव के जरिये सांगली के पुलिस अधीक्षक कृष्णंत पिंगले से संपर्क किया और इस मामले में हस्तक्षेप करने और पीड़ित को रिहा करने का आग्रह किया।
पुलिस अधीक्षक के आदेशानुसार सहायक पुलिस इंस्पेक्टर अरविंद काटे ने पीड़िता को खोज निकाला और उसके पति और उसके परिवार को हिरासत में लेकर लड़की को बचाया। इसके बाद लड़की के पिता को भी हिरासत में लिया गया। वीमेन हेल्पलाइन ने तलेगांव दाभाडे पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अमरनाथ वाघमोडे को भी इसके बारे में सूचित किया। इसके अनुसार, पीड़िता के खिलाफ तलेगांव पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की गई।