शरद पवार के नाम से फैलाई जा रही है लोगों में गलतफहमी

पुणे। संवाददाता – एक समारोह के लिए पुणे पधारे भूतपूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्य सरकार के मौजूदा मंत्री छगन भुजबल ने रविवार को संवाददाताओं के साथ की गई बातचीत में स्पष्ट किया कि, राष्ट्रवादी कांग्रेस के अध्यक्ष शरद पवार को लेकर राज्य की जनता में गलतफहमी फैलाई जा रही है। अगर उन्हें भाजपा के साथ जाना ही होता तो वे सबसे पहले हम सबको बताते। हम लोगों को साथ लेकर ही वे भाजपा में जाते। हालांकि उन्हें ऐसा करना ही नहीं था। उन्होंने पहले ही तय कर रखा था कि वे कांग्रेस और शिवसेना के साथ जाएंगे।
शरद पवार भाजपा के साथ जाना चाहते थे, इस तरह की गलतफहमी लोगों में फैलाई जा रही है। यह दावे के साथ कहते हुए छगन भुजबल ने आगे कहा कि,चुनाव में कांग्रेस हमारा सहयोगी दल था। इसलिए चुनाव के बाद हमनें पहले कांग्रेस को विश्वास में लिया और उसके बाद ही शिवसेना के साथ चर्चा की। तीनों पार्टियों के बीच सरकार बनाने को लेकर एकमत होने के पश्चात तीनों ने मिलकर एक कॉमन मिनिमम प्रोग्राम तय किया। राज्य मंत्रिमंडल विस्तार के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि, मंत्रीमंडल का विस्तार मुख्यमंत्री का अधिकार है। विधिमंडल के शीतकालीन सत्र के बाद विस्तार होगा, ऐसा लग रहा है। मंत्रिमंडल के विस्तार न होने से सरकारी कामकाज में कोई दिक्कत नहीं है। इस बारे में नाहक लोगों को भ्रमित बनाया जा रहा है।