अंततः ‘नेटवर्क कवरेज एरिया’ में आए विधायक अण्णा बनसोडे 

पिंपरी। संवाददाता : महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल आने के बाद से लगातार ‘आउट ऑफ रीच’ रहे पिंपरी के विधायक अण्णा बनसोडे अंततः ‘नेटवर्क कवरेज एरिया’ में आ ही गए। बुधवार को विधायकों के शपथ ग्रहण के सत्र में वे राष्ट्रवादी कांग्रेस के बागी नेता अजित पवार, जिनकी बीते दिन ही ‘घरवापसी’ हुई है, के साथ विधानभवन में नजर आए। राष्ट्रवादी में दोफाड़ की स्थिति के आखिरी दौर में वे अकेले विधायक ही अजित पवार के साथ रह गए थे।
शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस व कांग्रेस के समावेशवाली महाविकास आघाडी सरकार बनाने के मुद्दे पर अंतिम फैसले तक पहुंच ही रही थी कि शनिवार को तड़के राष्ट्रवादी कांग्रेस के विधायक दल के नेता अजित पवार ने भाजपा को समर्थन देकर उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके इस फैसले से राज्य में सियासी भूचाल आ गया। उन्होंने राज्यपाल को राष्ट्रवादी के 54 विधायकों के समर्थन का पत्र सौंपा था और शपथविधि के दौरान पार्टी के 10 से 12 विधायक भी उनके साथ मौजूद थे। हालांकि इस सदमे से उबरकर पार्टी हाईकमान शरद पवार ने सारे सूत्र अपने हाथों में लेते हुए तकरीबन सभी विधायकों की ‘घरवापसी’ करा ली, कल अजित पवार भी ‘सुबह के भूले’ की तरह लौट आए।।
‘घरवापसी’ की कड़ी में राष्ट्रवादी कांग्रेस के सभी गायब विधायक उस होटल में पहुंच गए थे जहां पार्टी के दूसरे विधायकों को ठहराया गया था। उसमें पिंपरी विधानसभा चुनाव क्षेत्र के विधायक अण्णा बनसोडे अपवाद साबित हुए हैं। जिस दिन से राज्य में सियासी भूचाल आया है उस दिन से वे लगातार ‘आउट ऑफ रीच’ है। मीडिया भी उनसे लगातार संपर्क करने की कोशिश में रही, मगर वे ‘नेटवर्क कवरेज एरिया’ से बाहर बताए जाते रहे। माना जा रहा था कि वे अजित पवार के साथ अकेले विधायक रह गए हैं। यह बात विधिमंडल में विधायकों के शपथ ग्रहण सत्र के दौरान सच भी साबित हुई। आज जब अजित पवार विधिमंडल में दाखिल हुए उनके साथ विधायक अण्णा बनसोडे भी झलके। उनके अजित पवार का साथ न छोड़ने की वजह भी वैसी है। विधानसभा चुनाव के दौरान उनका टिकट कट गया था। मगर अजित पवार की कृपा से उन्होंने नाटकीय ढंग से रातोंरात टिकट हासिल की और चुनाव जीता।