विधायक महेश लांडगे ने जताई नदियों के स्वास्थ्य की चिंता!

पिंपरी । समाचार ऑनलाइन
पिंपरी चिंचवड शहर से बहने वाली मुला, पवना और इंद्रायणी नदियों में दूषित औऱ रसायन युक्त मैला पानी बिना प्रक्रिया के ही छोड़ा जा रहा है। इससे नदियों का स्वास्थ्य खतरे में आ गया है। इस पर गहरी चिंता जताते हुए विधायक महेश लांडगे ने पिंपरी चिंचवड़ मनपा आयुक्त और आला अधिकारियों के साथ की गई एक बैठक में कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने नदियों को प्रदूषण से बचाने के लिए तत्काल उपाययोजना करने के आदेश दिये और इसके लिए दिसंबर तक की डेडलाइन भी तय की है। इसमें लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग भी उन्होंने की है।
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औद्योगिक क्षेत्र से नदियों को जोड़े जानेवाले नालों का सर्वेक्षण जल्द से जल्द पूरा करने की सूचना भी उन्होंने दी। इस बैठक में महापौर राहुल जाधव, सभागृह नेता एकनाथ पवार, आयुक्त श्रावण हर्डीकर, इ प्रभाग अध्यक्षा भीमाबाई फुगे, नगरसेवक विकास डोलस, लक्ष्मण उंडे, कुंदन गायकवाड, पूर्व नगरसेवक सुरेश धोत्रे, शांताराम भालेकर, अतिरिक्त आयुक्त दिलीप गावडे, शहर अभियंता अंबादास चव्हाण, सह आयुक्त मंगेश चितले, पर्यावरण विभाग के कार्यकारी अभियंता संजय कुलकर्णी समेत मनपा के विभागप्रमुख, आला अधिकारी और महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल के आला अधिकारी उपस्थित थे।
औद्योगिक क्षेत्र से रसायन युक्त पानी बिना किसी प्रक्रिया के नदियों में छोड़ा जा रहा है। इसे रोकने के लिए एमआईडीसी के अधिकारियों के साथ अलग बैठक बुलाने की सूचना देते हुए विधायक लांडगे ने नदियों का डिमार्केशन कर मुख्य नदी पाट में सालों से जमा मलबा निकाल कर नदियों को पूर्व स्थिति में लाने, नदी में मिलनेवाले मैलापानी को रोकने के लिए आरसीसी की पाइपलाइन डालने और नदी से समीप पंपिंग स्टेशन से मैलाशुद्धिकरन केंद्र में लाकर उस पर प्रक्रिया करने, जहां नालों में संभव नहीं वहाँ छोटे मोड्यूलर प्लांट शुरू कराने, नदी किनारे वृक्षरोपण और साइकिल ट्रैक विकसित करने जैसी कई सूचनाएं दी।