20 लाख की फिरौती मामले में मनसे नेता गिरफ्तार

पिंपरी। महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण महामंडल के पास की गई प्रदूषण संबंधित शिकायत वापस लेने के लिए एक कंपनी के प्रबंधन से 20 लाख रुपए की फिरौती मांगने का मामला पिंपरी चिंचवड़ में सामने आया है। यही नहीं फिरौती की पहली किश्त के तौर पर एक लाख रुपए का लिफाफा भी स्वीकार किया गया। ये पैसे प्रदूषण नियंत्रण महामंडल के प्रादेशिक अधिकारी की ओर से मांगे और स्वीकारे जाने की बात सामने आई है। इस मामले में पिंपरी पुलिस ने मनसे (महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना) के एक नेता को गिरफ्तार कर उसके साथ प्रदूषण नियंत्रण महामंडल के प्रादेशिक अधिकारी और अन्य दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
गिरफ्तार किए गए मनसे के नेता का नाम कैलास नरके (निवासी तलेगांव ढमढेरे, शिरूर, पुणे) है। उसके साथ आशिष अरबाले, पंढरीनाथ साबले और महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण महामंडल, शिवाजीनगर वाकडेवाडी के प्रादेशिक अधिकारी डॉ. जितेंद्र संघेवार के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। उनके विरोध में कपिल सुभाष पाटील (42, निवासी लोढा बेलमांडो, गहुंजे, पुणे) ने पिंपरी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
पुलिस के अनुसार, कपिल पाटिल चिंचवड एमआईडीसी स्थित स्टार इंजिनिअर्स इंडिया प्रा. लि. कंपनी में सीआयओ पद पर नियुक्त हैं। आरोपी आशिष अरबाले उसी कंपनी में कन्सल्टंट के तौर पर काम करता है। आशिष ने स्टार इंजिनिअर्स इंडिया कंपनी की जानकारी आरोपी पंढरीनाथ साबले को दी, जिसके आधार पर साबले ने मनसे के नेता कैलास नरके के साथ मिलकर महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण महामंडल के पास कंपनी की ओर से प्रदूषण बढ़ने की शिकायत की। यह शिकायत वापस लेने के लिए प्रदूषण नियंत्रण महामंडल के प्रादेशिक अधिकारी डॉ. जितेंद्र संघेवार की ओर से कैलास ने कपिल पाटील से 20 लाख रुपये की फिरौती मांगी। उसके टोकन के तौर पर एक लाख रुपये देने को कहा। यह लेनदेन पुणे-नगर रोड पर कल्याणीनगर के हयात होटल में  तय किया गया। इस बीच पाटिल ने पिंपरी पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस टीम ने जाल बिछाकर एक लाख रुपए से भरा लिफाफा लेते हुए कैलाश नरके को रंगेहाथ पकड़ लिया।