– करवाई खाने-पीने और ठहरने की व्यवस्था
– मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्विट कर की तारीफ
समाचार ऑनलाइन – मध्यप्रदेश के सीधी के कलेक्टर ने एनीमिया से पीड़ित बच्चों के इलाज के लिए एक ऐसा निर्णय लिया है जो इस ओहदे पर बैठा कोई अधिकारी शायद ही कर पाए. क्षेत्र में एनीमिया ने सैंकड़ों बच्चों को अपनी चपेट में ले रखा है. ऐसे में लगभग 100 बच्चे ईलाज के लिए जिला अस्पताल पहुंच गए, लेकिन यहां इतनी जगह नहीं है की इतनों को भर्ती किया जा सके. इस बारे में सूचना मिलते ही कलेक्टर अभिषेक सिंह हॉस्पिटल पहुंच गए. उन्होंने मौके का जायजा लिया और सभी पीड़ित बच्चों को अपने बंगले पर शिफ्ट करवा दिया. उनके इस सराहनीय कदम ने सबकों चौंका दिया है.
मुख्यमंत्री ने की सराहना
जब इसकी सूचना सूबे के मुखिया (मुख्यमंत्री) मुख्यमंत्री कमलनाथ को लगी तो उन्होंने कलेक्टर की तारीफ करते हुए ट्वीट किया कि, “बच्चों के लिए सभी इंतजाम करना काबिलेतारीफ है.”
आवास पर कराया खाने-पीने और ठहरने का इंतजाम
कलेक्टर ने सभी पीड़ित बच्चों को उनके परिजन के साथ अपने आवास पर बुला लिया. यहीं पर बच्चों का इलाज कराया. इतना ही नहीं सबके खाने-पीने और ठहरने व्यवस्था बी करवाई.
जिले में एनीमिया का प्रकोप
कलेक्टर अभिषेक सिंह ने बताया कि दस्तक अभियान के तहत जिले में लगभग 830 एनीमिया पीड़ित बच्चे पाए गए हैं. दो दिन में 800 से अधिक एनीमिक बच्चे हॉस्पिटल आए थे. ब्लड ट्रांसफ्यूजन के बाद अब 25 से 30 बच्चे बचे हैं.
सीधी में दस्तक अभियान के तहत बड़ी संख्या में इलाज कराने आये एनीमिंक बच्चों को व उनके परिजनो को ज़िला अस्पताल में जगह कम पढ़ने से अपने निवास पर ले जाकर ठहराना , उनकी भोजन की व वापस घर पहुँचाने की व्यवस्था करने का सीधी कलेक्टर का कार्य बेहद प्रशंसनीय है व सभी के लिये प्रेरक।
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) July 18, 2019