मनिषा सर्जेराव पवार (37) और विठ्ठल गुलाब सुर्वे (37) ऐसे एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) द्वारा गिरफ्तार किए गए पटवारी और कोतवाल का नाम है। उनके खिलाफ पौड़ पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है। हर साल की तरह गत साल भी रिश्वतखोरी के लिहाज से राज्य का राजस्व विभाग अव्वल रहा है। इस साल की शुरुआत भी राजस्व विभाग से हुई है। यानी कि एसीबी द्वारा लगातार की जा रही कार्रवाई के बाद भी घूसखोरों पर उसका कोई असर होता नजर नहीं आ रहा है।
एक जमीन का क्षेत्रफल और वारिस पंजीयन उसके 7/12 पर दर्ज कराने के लिए मुलशी के तहसीलदार ने आदेश दिए हैं। इसके बावजूद पटवारी और कोतवाल ने संबंधित आवेदनकर्ता से 50 हजार रुपए की घूस मांगी। एसीबी ने इस शिकायत की पुष्टि की तो उसमें रिश्वत मांगने की बात साबित हो गई। इसके अनुसार एसीबी पुणे के अधीक्षक संदीप दीवान और उपाधीक्षक सुहास नाडगौड़ा के मार्गदर्शन में पुलिस निरीक्षक घनशाम बलप की टीम ने आज दोपहर जाल बिछाकर दोनों को धरदबोचा।