मुंबई – Mumbai Nair Hospital completes 100 years | कोरोना (corona) को फैलने से रोकने के लिए मुख्यमंत्री लगातार लोगों से कोविड नियमों (covid rules) का पालन करने का आग्रह करते रहे हैं। हालांकि, आज मुख्यमंत्री ने जिस कार्यक्रम में भाग लिए उसमें कोविड मानदंडों का उल्लंघन (Violation of covid norms) करते देखा गया। दरअसल मुंबई नायर अस्पताल का शताब्दी समारोह (Mumbai Nair Hospital completes 100 years ) आज आयोजित किया गया। इस आयोजन में मंच पर मंत्रियों, प्रशासनिक अधिकारियों और अन्य नेताओं की भीड़ देखी गई। मंच पर सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) कई नहीं दिखा।
नायर अस्पताल शताब्दी समारोह में मंच पर सामाजिक दुरी नहीं दिखी। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे सहित अन्य मंत्री, प्रशासन के अधिकारी, महापौर और 20 अन्य लोग उसी समय मंच पर मौजूद थे।
स्टेज पर ये मंत्री, नेता और अधिकारी थे मौजूद –
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे Chief Minister Uddhav Thackeray
मंत्री आदित्य ठाकरे Minister Aditya Thackeray
मंत्री अस्लम शेख Minister Aslam Sheikh
महापौर किशोरी पेडणेकर Mayor Kishori Pednekar,
आयुक्त इकबाल सिंग चहल Commissioner Iqbal Singh Chahal
अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकानी Additional Commissioner Suresh Kakani
आमदार यामिनी जाधव Aamdar Yamini Jadhav
नायर डिन रमेश भारमल Nair Din Ramesh Bharmal
नगरसेविका संध्या जोशी Corporator Sandhya Joshi
सभागृह नेत्या विशाखा राऊत Auditorium Netya Vishakha Raut
सभागृह नेते यशवंत जाधव Yashwant Jadhav, Leader of the Auditorium
नगरसेवक गीता गवळी Corporator Geeta Gawli
आरोग्य समिती अध्यक्ष राजुल पटेल Arogya Samiti President Rajul Patel
प्रभाग समिती अध्यक्ष आशिष चेंबूरकर Division Committee Chairman Ashish Chemburkar
नगरसेवक रमाकांत रहाटे Corporator Ramakant Rahate
सुधार समिती अध्यक्ष सदानंद परब Reforms Committee President Sadanand Parab
नगरसेवक दत्ता पोंगडे Corporator Datta Pongde
नगरसेवक स्वप्नील टेमकर Corporator Swapnil Temkar
नायर अस्पताल का शताब्दी समारोह –
ग्रेटर मुंबई महापालिका के नायर अस्पताल का शताब्दी समारोह मुंबई सेंट्रल में आयोजित किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे, शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे, मेयर किशोरी पेडनेकर, नगर आयुक्त इकबाल सिंह चहल, अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकानी समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे। अगर मंत्री और प्रशासनिक अधिकारी नियमों की अनदेखी कर रहे हैं तो सवाल उठता है कि आम जनता से क्या उम्मीद की जाए।