Nashik Crime |  जमानत ख़ारिज होने पर बिगड़ी तबीयत, रिश्वत मामले में आरोपी वैशाली वीर-झनकर अस्पताल में भर्ती

नासिक – Nashik Crime | 8 लाख रुपये रिश्वत (bribe) मामले के मुख्य आरोपी शिक्षा अधिकारी वैशाली वीर-झनकर को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्हें सीने में दर्द की शिकायत है। जिसके बाद ही उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। नासिक शिक्षा अधिकारी वैशाली वीर-झनकर (Nashik Education Officer Vaishali Veer-Jhankar) को एक शिक्षण संस्थान को सरकारी अनुदान स्वीकृत करने के लिए 8 लाख रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा गया (Nashik Crime) था।

इससे पहले वैशाली चार दिन की पुलिस हिरासत में से दो दिन अस्पताल में थी। अब अंतरिम जमानत अर्जी खारिज कर जेल भेजने का आदेश मिलने के बाद वैशाली के सीने में ‘दर्द’ की शिकायत हुई। जिसके बाद उन्हें आज वापस अस्पताल में भर्ती कराया गया। मामले के दो आरोपी चालक  ज्ञानेश्वर येवले और प्राथमिक शिक्षक  पंकज दशपुते को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

आख़िर मामला क्या है?
आरोप है कि शिक्षा अधिकारी वैशाली ने शिक्षक संघ विद्यालयों को स्वीकृत 20 प्रतिशत अनुदान में से नियमित वेतन देने के एवज में 8 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की थी। एक सरकारी चालक के माध्यम से रिश्वत लेते हुए नासिक जिला परिषद माध्यमिक शिक्षा विभाग के शिक्षा अधिकारी डॉ. वैशाली को ठाणे रिश्वत रोकथाम विभाग ने गिरफ्तार किया था। शिक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के रिश्वतखोरी विभाग के जाल में फंसने के बाद जिला परिषद में चर्चा छिड़ गई है। उनके साथ एक ड्राइवर और एक प्राथमिक शिक्षक शामिल हैं।

आरोपित शिक्षा अधिकारियों ने सरकार से 20 प्रतिशत अनुदान स्वीकृत करने के लिए एक सरकारी संचालक से रिश्वत की मांग की थी। संस्था स्वीकृत अनुदान के अनुसार नियमित वेतन प्रारंभ करने के आदेश की मांग कर रही थी। यह आदेश देने के लिए माध्यमिक शिक्षा अधिकारी ने संस्थान से करीब 9 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की। इस दौरान शिकायतकर्ता आठ लाख रुपये समझौता के रूप में देने को तैयार हो गए। झनकर को ठाणे डिवीजन के रिश्वत निरोधक दस्ते ने मंगलवार (10 अगस्त) शाम को गिरफ्तार किया था।