राष्ट्रवादी कांग्रेस के विधायक अनिल भोसले की दिक्कतें बढ़ी

पुणे : समाचार ऑनलाइन – शिवाजीराव सहकारी बैंक में कथित 71 करोड़ 78 लाख 87 हजार रुपए के घोटाले के मामले में गिरफ्तार किए गए महाराष्ट्र विधानपरिषद में पुणे से राष्ट्रवादी कांग्रेस के विधायक अनिल भोसले की दिक्कतें बढ़ गई हैं। पुलिस की जांच में बैंक में और 81 करोड़ 50 लाख रुपए का घोटाला सामने आया है। इसके चलते बैंक के घोटाले की व्याप्ति 153 करोड़ 50 लाख रुपए तक बढ़ गई है। फिलहाल बैंक के एक और निदेशक के खिलाफ मामला दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू रहने की जानकारी भी सामने आई है।
पुणे पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने बैंक के रिकॉर्ड में फर्जीवाड़ा कर बैंक के 71 करोड़ 78 लाख 87 हजार रुपए का गबन करने के आरोप में विधायक अनिल भोसले व उनकी पत्नी नगरसेविका रेशमा भोसले सहित बैंक के निदेशकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। हाल ही में अनिल शिवाजीराव भोसले (55, निवासी बाणेर रोड, पुणे), सुर्याजी पांडुरंग जाधव (69, निवासी कमला नेहरु पार्क,पुणे), तानाजी दत्तु पडवल (50, निवासी तापकीरनगर, कालेवाडी, पुणे), शैलेश संपतराव भोसले  (47, निवासी नीलज्योति सोसाईटी, गोखलेनगर, पुणे) को गिरफ्तार किया गया है। फिलहाल ये सभी पुलिस कस्टडी में हैं।
पुणे पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा के पुलिस उपायुक्त संभाजी कदम ने बताया कि, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने शिवाजीराव सहकारी बैंक के 2018-2019 इस वित्त वर्ष के कामकाज का ऑडिट करने का आदेश दिया था। इसके अनुसार सहकार विभाग ने लेखापरीक्षक योगेश लकड़े को ऑडिट करने के निर्देश दिए थे। ऑडिट रिपोर्ट में बैंक की शेष नकद बैलेंस में 71 करोड़ 78 लाख 87 हजार 723 रुपए कम पाए गए। बैंक के निदेशक मंडल ने बैंक रिकॉर्ड में फर्जीवाड़ा कर बैंक के पैसे इस्तेमाल किये जाने की बात साबित हुई। इसके चलते सहकारिता विभाग के लेखापरीक्षक योगेश लकडे (39, निवासी आंबेगांव, नऱ्हे रोड, पुणे) ने शिवाजीनगर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
बैंक के निदेशक रहे विधायक अनिल भोसले, एस वी जाधव, मुख्य कार्यकारी अधिकारी तानाजी पडवल और बैंक अधिकारी शैलेश भोसले को आर्थिक अपराध शाखा की टीम द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया। फिलहाल ये सभी 6 मार्च तक पुलिस कस्टडी में भेजे गए हैं। पुलिस कस्टडी में की गई पूछताछ और जांच में और 81 करोड़ 50 लाख रुपए का घोटाला सामने आया है। यानी इस बैंक में हुए घोटाले की व्याप्ति अब 153 करोड़ 50 लाख रुपए तक पहुंच गई है। इससे विधायक अनिल भोसले और बैंक के अन्य निदेशक व अधिकारियों की दिक्कतें बढ़ने का आसार नजर आ रहे हैं। बहरहाल आर्थिक व साइबर अपराध शाखा के पुलिस उपायुक्त संभाजी कदम ने यह भी स्पष्ट किया है कि बैंक के कर्ज मामलों, डिपॉजिट आदि के ऑडिट के नियुक्त की गई ऑडिटर कंपनी से भी पूछताछ की जाएगी।