नौ- नौ माह का होगा नए महापौर व उपमहापौर का कार्यकाल

पुणे : समाचार ऑनलाइन – विधानसभा चुनाव के बाद से बदले हुए सियासी माहौल की पृष्ठभूमि पर पिंपरी चिंचवड़ मनपा की सत्तादल भाजपा अपने नगरसेवकों को रिझाने में जुट गई है। इसके चलते बचे हुए समय में ज्यादा से ज्यादा नगरसेवकों को अहम पदों पर मौका देने का फार्मूला तय किया गया है। इस कड़ी में 27 माहों में महापौर और उपमहापौर पदों पर तीन- तीन नगरसेवकों को अवसर देने का फैसला किया गया है।

पिंपरी चिंचवड़ का महापौर पद सर्वसाधारण गुट (ओपन कैटेगरी) की महिलाओं के लिए आरक्षित हुआ है। 22 नवंबर को नए महापौर व उपमहापौर का चुनाव होना है। सत्तादल भाजपा ने वरिष्ठ नगरसेविका उषा उर्फ माई ढोरे को महापौर और तुषार हिंगे को उपमहापौर पद का प्रत्याशी घोषित किया है। प्रमुख विपक्षी दल राष्ट्रवादी कांग्रेस ने उनके मुकाबले स्वाति उर्फ माई काटे व राजू बनसोडे को मैदान में उतारा है।

सत्तादल भाजपा की नगरसेविकाओं में इस पद को लेकर होड़ मची हुई है। एक अनार सौ बीमार वाली हालत रहने से भाजपा ने महापौर पद के कार्यकाल को नौ- नौ माह में बांटकर तीन नगरसेविकाओं को मौका देने का फैसला किया है। उपमहापौर पद के लिए भी यही फार्मूला तय किया गया है। आज जब महापौर पद के लिए माई ढोरे और उपमहापौर पद के लिए तुषार हिंगे को प्रत्याशी घोषित किया गया तब उन्हें भी यह फार्मूला बताकर पार्टी जब आदेश देगी तब इस्तीफा देने हेतु तैयार रहने की सूचना दी गई है।

महापौर और उपमहापौर के कार्यकाल के विभाजन का फैसला ज्यादा नगरसेवकों को मौका देने के लिहाज से किए जाने की बात सत्तादल के शहराध्यक्ष लक्ष्मण जगताप और सभागृह नेता एकनाथ पवार ने कही है। हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि भाजपा ऐसा करके अपने नगरसेवकों को रिझाने की कोशिश कर रही है। ज्ञात हो कि विधानसभा चुनाव के बाद से महाराष्ट्र में शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस, कांग्रेस के महाशिवआघाडी का नया समीकरण तैयार हो रहा है। इसका असर स्थानीय निकायों पर भी पड़ने के आसार हैं। इसके चलते नगरसेवकों को रिझाने की कोशिश की जा रही है। महापौर- उपमहापौर के कार्यकाल का बंटवारा भी इसी का हिस्सा बताया जा रहा है।